Breaking News

बिहार में फिर बनेंगी NDA की सरकार, रंगबाजी, रंगदारी हारी: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार चुनावों के मद्देनजर चौथी बार राज्य का दौरा किया। राज्य की 243 विधानसभा सीटों में से 94 पर दूसरे चरण का मतदान जारी है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने अपनी रैली में कहा कि जो प्रारंभिक जानकारी प्राप्त हुई है, उसके आधार पर राज्य में NDA सरकार एक फिर से बनने जा रही है।

अररिया में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा प्रधानमंत्री ने कहा, “डबल इंजन सरकार की वापसी राज्य की प्रगति को तेज गति से आगे बढ़ाने में मदद करेगी।” उन्‍होंने कहा, ‘बिहार में फिर से रंगबाजी, रंगदारी हार रही है और विकास फिर से जीत रहा है। बिहार की पहचान अब बदल रही है। आज बिहार में अहंकार हार रहा है, परिश्रम फिर जीत रहा है। आज बिहार में घोटाला हार रहा है, लोगों का हक फिर जीत रहा है। आज बिहार में गुंडागर्दी हार रही है, कानून का राज वापस लाने वाले फिर जीत रहे हैं।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘बिहार वह दिन भूल नहीं सकता, जब चुनाव को इन लोगों ने मजाक बनाकर रख दिया था। इन के लिए चुनाव का मतलब चारों तरफ हिंसा, हत्याएं, बूथ कैप्चरिंग था। बिहार के गरीबों से इन लोगों ने वोट देने तक का अधिकार तक छीन रखा था। गरीब के लोग अपने पसंद के प्रत्याशी को वोट तक नहीं दे सकते थे।’ उन्होंने कहा, ‘तब भी चुनाव होता था, लेकिन मतदान होता नहीं था, केवल दिखता था। अब दलित, महादलित, पिछड़ा अति पिछड़ा किसी भी वर्ग को पसंद के प्रत्याशी को चुनने का अधिकार मिला है।’

उन्होंने कहा कि बिहार ने ठान लिया है कि नए दशक में बिहार को नई उंचाइयों तक पहुंचाना है। बिहार के लोगों ने जंगलराज और डबल युवराज को सिरे से नकार दिया है। आज राजग के विरोध में जो खड़े हैं, वो इतना कुछ खाने के बाद फिर बिहार को लालच की नजरों से देख रहे हैं। बिहार के लोगों को पता है कि कौन राज्य का विकास करेगा और कौन परिवार का विकास करेगा।’

पीएम ने कहा कि बिहार ने डंके की चोट पर बता दिया कि फिर से राजग की सरकार आ रही है। जंगलराज के प्रभावों को कम किया गया है और अब आने वाला दशक नई उड़ान का है। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने झूठ बोलकर देश को सपना दिखाया था, कांग्रेस वाले पहले बोलते थे गरीबी हटाएंगे, किसानों का कर्ज माफ करेंगे, कांग्रेस ने बातें बहुत की, लेकिन एक भी काम नहीं किया। आज कांग्रेस की हालत ऐसी है कि लोकसभा और राज्यसभा दोनों को मिला दें तो कांग्रेस के पास सौ सांसद भी नहीं है। कई राज्य तो ऐसे हैं जहां लोगों ने कांग्रेस को पूरी तरह नकार दिया है।