शकरकंद को सात्विक आहार माना जाता है। व्रती उपवास के दिनों में फलाहार में शकरकंद का सेवन करते हैं। ऐसा माना जाता है कि शकरकंद सबसे पहले अमेरिका में पाया गया था। खासकर कैरेबियाई देशों में कई प्रकार के शकरकंद पाए जाते हैं। जबकि भारत के उत्तर प्रदेश और बिहार में इसकी खेती सबसे अधिक की जाती है। शकरकंद में आलू की तुलना में अधिक स्टार्च पाया जाता है। जबकि इसमें विटामिन्स और मिनरल्स भी पाए जाते हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। खासकर बढ़ते वजन को कम करने में शकरकंद कारगर भोजन है। विशेषज्ञ भी मानते हैं कि डायटिंग करने वाले लोगों को वजन घटाने के लिए शकरकंद का सेवन करना चाहिए। अगर आप भी बढ़ते वजन से परेशान हैं और इससे निजात पाना चाहते हैं, तो आप अपनी डाइट में शकरकंद शामिल कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि कैसे शकरकंद वजन घटाने में सहायक होता है-
ncbi.nlm.nih.gov पर छपी एक रिसर्च के अनुसार, वजन घटाने के लिए शकरकंद सुपरफूड है। खासकर सफ़ेद शकरकंद के सेवन से अधिक फायदा मिलता है। ब्राज़ील, जापान और ताइवान में इसे दवा की तरह इस्तेमाल किया जाता है। इसमें कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो वजन घटाने में सहायक होते हैं। इसमें फाइबर अधिक होता है। इसके सेवन से हर समय पेट भरा महसूस होता है, जिससे बार-बार खाने की आदत से छुटकारा मिलता है।
शकरकंद में गुड कार्ब्स पाए जाते हैं जो सेहत के लिए फ़ायदेमंद होते हैं। शकरकंद में ग्लाइसेमिक इंडेक्स स्कोर भी कम होता है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स मापने की वह प्रक्रिया है, जिससे यह पता चलता है कि कार्बोहाइड्रेट से कितने समय में ग्लूकोज़ बनता है। इससे कम कैलोरीज गेन होती है। जबकि शकरकंद में पानी अधिक मात्रा में पाया जाता है। इससे शरीर हायड्रेट रहता है। आप इसे उबालकर अथवा पकाकर सेवन कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।