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बिकरू कांड की यह नाबालिग बहू उठवा लेने की देती है धमकी, संप्रेक्षण गृह में करती हैं ऐसी हरकतें

बिकरू कांड में आरोपी और गिरफ्तार नाबालिग अपनी आदतों से चर्चा में है। वह संप्रेक्षण गृह के नियम-कानून नहीं मानती है। माहौल खराब करती है। असामान्य काम के दौरान टोकने पर उठवा लेने की धमकी देती है। उसकी संगत में बाकी नाबालिगों पर खराब असर पड़ रहा है। स्टाफ और अन्य बच्चों को खतरा भी है। उसे किसी अन्य संप्रेक्षण गृह में ट्रांसफर कर दिया जाए। ज्ञात हो कि किशोर न्याय बोर्ड को लिखा गया बाराबंकी के संप्रेक्षण गृह की सहायक अधीक्षिका का यह वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि नाबालिग की जमानत अर्जी हाईकोर्ट से भी खारिज हुई तो उसका एक आधार यह पत्र भी बना।

जातिगत समीकरण में बना रहे मुद्दा
बिकरू की यह नाबालिग बहू कुख्यात विकास दुबे के एक शूटर की पत्नी है जिसकी शादी के कुछ ही दिन बाद बिकरू कांड हो गया था। शूटर बिकरू कांड के कुछ दिन बाद ही मुठभेड़ में मार गिराया गया। उसकी नाबालिग पत्नी जेल भेज दी गई। जेल में जाने के बाद में वह नाबालिग पाई गई तो उसे बाराबंकी के संप्रेक्षण गृह भेज दिया गया। वर्तमान में उसे गलत ढंग से फंसाये जाने को लेकर उत्तर प्रदेश में सियासी राजनीति तेज हो गयी है। इसी बीच संप्रेक्षण गृह की सहायक अधीक्षिका कंचन त्यागी का यह पत्र बुधवार को सार्वजनिक हो गया। जिसमें उन्होंने नाबालिग को वेवार्ड (स्वच्छंद) बतरते हुए लिखा है कि नाबालिग सम्प्रेक्षण गृह का माहौल खराब कर रही है। संस्था में 10 से 18 वर्ष की किशोरियां निरुद्ध हैं।

बिकरू कांड की यह नाबालिग शादीशुदा है। वह धमकी देती है कि उसकी पहुंच दूर तक है। वह किसी भी किशोरी या संस्था से जुड़े व्यक्ति को उठवा लेगी। नाबालिग के वकील शिवाकांत दीक्षित ने कहा कि सम्प्रेक्षण गृह बाराबंकी की सहायक अधीक्षिका ने यह पत्र पुलिस के दबाव में लिखा है। इसकी जांच होनी चाहिए। इस पत्र में नाबालिग को निरंकुश बताया गया है। इस पत्र और घटना में उसकी भूमिका को देखते हुए उच्च न्यायालय ने जमानत खारिज कर दी।

ज्ञात हो कि बिकरू कांड में आठ पुलिसकर्मी शहीद हुए थे जबकि विकास दुबे समेत छह बदमाश बाद में मुठभेड़ों में मारे गए थे। इस कांड के 43 आरोपी अभी जेल में बंद हैं। विकास के खास जयकांत बाजपेई और गुड्डन त्रिवेदी समेत एक अन्य की रासुका की फाइल तैयार कर डीएम को भेज दी है। एडीजी भानु भास्कर के मुताबिक बिकरू कांड के तीन आरोपियों शिवम दुबे, बबलू मुसलमान और रमेश चंद्र दुबे पर रासुका लगाया जा चुका है। इसी तरह कार्रवाई जारी रहेगी।