प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि वर्ष 2021-22 के बजट के दिल में गांव और किसान है। श्री मोदी ने संसद में पेश बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह असाधारण परिस्थिति में पेश किया गया है जिसमें यर्थाथ का एहसास और विकास का विश्वास भी है। हमने विकास के लिए नये अवसरों को व्यापक बनाने, युवाओं के लिए नयी संभावनाओं के द्वार खोलने, मानव संसाधन को नई ऊंचाई देने, नये क्षेत्रों में ढांचागत विकास करने, तकनीक को अपनाने और नये सुधारों को लाने का प्रयास किया है।
कृषि क्षेत्र पर जोर
उन्होंने कहा कि बजट में कृषि क्षेत्र पर जोर दिया गया है और यह आत्मविश्वास को बढाने वाला है। यह बजट व्यक्तियों, निवेशकों, उद्योग एवं ढांचागत क्षेत्र में कई सकारात्मक बदलाव लाएगा। इससे लोगों की प्रगति होगी और सभी क्षेत्रों का विकास होगा। उन्होंने बजट को लोगों के जीवन में बदलाव लाने वाला बताते हुए कहा कि कोरोना संकट ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया था ऐसी परिस्थिति में यह बजट पेश किया गया है ।
बजट का साइज बढ़ाने पर जोर
उन्होंने कहा कि ऐसा माना जा रहा था कि कोरोना संकट के कारण आम नागरिकों पर बोझ बढेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होेंने कहा, “कोरोना के चलते कई एक्सपर्ट ये मानकर चल रहे थे कि सरकार आम नागरिकों पर बोझ बढ़ाएगी। लेकिन राजकोषीय स्थिरता के प्रति अपने दायित्वों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने बजट का साइज बढ़ाने पर जोर दिया।”
नागरिकों पर दबाव नहीं
प्रधानमंत्री ने कहा कि बजट से कोरोना से लड़ने में मदद मिलेगी। इससे मानव संसाधन में विकास होगा, नये सुधार आयेंगे तथा आधारभूत संरचना का विकास होगा। उन्होंने कहा कि बजट में सरकार ने राजकोषीय स्थिरता को बनाये रखते हुए बजट के आकार को बढ़ाने पर जोर दिया है और नागरिकों पर दबाव नहीं डाला है।
लघु एवं मध्यम उद्यमों पर विशेष फोकस
सरकार ने बजट को पारदर्शी बनाने की सदैव कोशिश की है। बजट में नियमों और प्रक्रियाओं को सरल बनाकर आम लोगों के जीवन मे इज ऑफ लिविंग को बढ़ाने पर इस बजट में जोर दिया गया है। इसमें संपत्ति में वृद्धि और कल्याण से जुड़े क्षेत्रों पर ध्यान दिया गया है। ढांचागत विकास तथा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों पर विशेष फोकस है।
बजट आत्मनिर्भरता के रास्ते पर
उन्होंने कहा कि बजट में महिलाओं के जीवन को बेहतर एवं आसान बनाने की घोषणाएं कीं गयीं हैं। कई व्यवस्थागत बदलाव किये गये हैं जिससे रोजगार भी बढ़ेगा। एमएसएमई का बजट पिछले वर्ष की तुलना में दोगुने से अधिक किया गया है।
श्री मोदी ने कहा कि यह बजट आत्मनिर्भरता के रास्ते पर चल रहा है जिससे हर भारतीय की उन्नति होगी। इस बजट से नये दशक की एक बहुत मजबूत बुनियाद पड़ी है।