बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से अब भी हिंसा जारी है। भाजपा कार्यकर्ताओं व समर्थकों पर कोरोना महामारी के दौरान भी लगातार हमले हो रहे हैं। हमले और हिंसा का आरोप तृणमूल कांग्रेस पर लग रहा है। रविवार को भी महानगर के दमदम पार्क इलाके में भाजपा के एक कार्यकर्ता का शव फंदे से लटकता मिला। वहीं उत्तर दिनजापुर के बालुरघाट में एक भाजपा कार्यकर्ता के साथ मारपीट की गई और उसका सिर फोड़ दिया गया। इन दोनों ही घटनाओं में तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता व समर्थकों का हाथ होने की बात कही जा रही है। हालांकि तृणमूल आरोपों को खारिज कर रही है।
रविवार की सुबह दमदम पार्क में भाजपा के एक कार्यकर्ता का शव फंद से लटक रहा था। उसका नाम प्रसेनजीत दास(40) है। वह दमदम पार्क के हरिचंद पल्ली में रहता था। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार चुनाव परिणाम घोषित होने के तुरंत बाद प्रसेनजीत तृणमूल कांग्रेस के हमले के डर से इधर-उधर भागता फिर रहा था। परंतु, जब उसे पता चला कि पिता बीमार है तो वह घर लौटा। परिवार का आरोप है कि इलाके में कुछ बदमाशों ने उसे पीटा। वह दहशत में जी रहा था। युवक ने रविवार की सुबह अपने घर के बाहर बांस से गले में तौलिया बांधकर खुदकुशी कर ली। परिवार और प्रदेश भाजपा का आरोप है कि तृणमूल की पूर्व पार्षद शंपा चक्रवर्ती अपने गुर्गुों को कह रखी है कि जो भी भाजपा के लिए कार्य करता है उसे पकड़ कर मारो।
प्रसेनजीत ने इसी प्रताड़ना से तंग आकर खुदकुशी की है। विधाननगर नगर पालिका के वार्ड 16 की पार्षद शंपा चक्रवर्ती ने सभी आरोपों से इन्कार किया है। उनके मुताबिक युवक मानसिक अवसाद से जूझ रहा था। उसकी पत्नी कई महीनों से घर से नहीं निकली थी।
दूसरी ओर, तृणमूल समर्थकों पर बाजार जाते समय एक भाजपा कार्यकर्ता की पिटाई करने का आरोप लगा है। घटना रविवार सुबह बालुरघाट कस्बे के खादिमपुर रवींद्रनाथ इलाके की है। घायल भाजपा कार्यकर्ता का नाम छोटन मालाकार है। वह बालुरघाट टाउन भाजपा शक्ति केंद्र के प्रमुख है। उसका घर बालुरघाट कस्बे के रवींद्रनाथ इलाके में है। घायल भाजपा कार्यकर्ता का बालुरघाट जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। भाजपा का कहना है कि हमले को लेकर पुलिस में शिकायत की गई है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है।