समस्तीपुर की पुलिस ने एक फर्जी आईपीएस अधिकारी को रिवॉल्वर के साथ गिरफ्तार किया है. यह फर्जी आईपीएस कई लोगों के साथ धोखाधड़ी का काम कर चुका है. साथ ही आरोपी अविनाश कुमार मिश्रा ने खुद को 2014 बैच का आईपीएस बता कर एक लड़की को शादी करने का लालच देकर उसे पहले अपने प्रेमजाल फंसाया फिर उसका यौन शोषण भी किया. समस्तीपुर के पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ढिल्लों के निर्देश पर डीएसपी शहबान हबीब फाखरी के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम ने एक फर्जी आईपीएस अधिकारी को छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. पुलिस इसकी गिरफ्तारी के बाद जांच में जुट गई है कि धोखाधड़ी करने के साथ फर्जी आईपीएस ऑफिसर बनने के पीछे की मंशा क्या रही है.
पुलिस गिरफ्त में आया फर्जी आईपीएस अधिकारी पहले भी जेल जा चुका है. सदर डीएसपी शहबान हबीब फाखरी ने बताया कि एक लड़की को खुद को आईपीएस अधिकारी अमन पराशर बताकर शादी का प्रलोभन देकर शारारिक संबंध बनाया. शहबान हबीब फाखरी ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद एसपी के निर्देश पर मेरे नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. जब छापेमारी की गई तो उसके पास से आईपीएस की वर्दी, पिस्टल, लैपटॉप और अन्य सामान बरामद हुए है. जिसके बाद उनको गिरफ्तार किया गया और बाकी कार्रवाई की जा रही है. वह लोगों को खुद को आईपीएस बताता था और दबदबा दिखाता था. और लोगों को झांसे में लेता था. इनका पहले से आपराधिक इतिहास रहा है. दरभंगा के एपीएम थाने में फर्जी आईपीएस का मामला दर्ज है और उस मामले में जेल जा चुका है.
समस्तीपुर पुलिस के हत्थे चढ़ा फर्जी आईपीएस खुद को 2014 बैच का आईपीएस अधिकारी अमन पराशर बताता था. लोगों के बीच अपने आपको इस तरह से पेश करने का काम करता था कि लोग उसे आईपीएस अधिकारी समझ उसके झांसे में आ जाते थे. जबकि गिरफ्तार फर्जी आईपीएस का असली नाम अविनाश कुमार मिश्रा है और वह दरभंगा जिले के अशोक पेपर मिल थाने के पतौर गांव का रहने वाला बताया जाता है. दिल्ली में यूपीएसी की तैयारी करने वाले कई लोगों के साथ उसके संबंध थे और जो पास आउट होकर अधिकारी बन गए उनको भी झांसा देकर खुद को आईपीएस बता रहा था.
फर्जी आईपीएस अविनाश कुमार मिश्रा उर्फ अमन पराशर ने खुद को 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी बता कर समस्तीपुर जिले की एक लड़की को शादी करने का लालच देकर उसे पहले अपने प्रेमजाल फंसाया फिर उसका यौन शोषण किया. काफी दिन बीत जाने के बाद भी जब फर्जी आईपीएस ने लड़की से शादी नहीं की तब उसने पुलिस से गुहार लगाई. उसके खिलाफ थाने में केस दर्ज हुआ. पुलिस ने जांच शुरू कर अविनाश कुमार मिश्रा उर्फ अमन पराशर को गिरफ्तार किया, तब जाकर इस बात का खुलासा हुआ कि वो फर्जी आईपीएस अधिकारी बनकर पीड़ित लड़की को धोखा दे रहा था.
समस्तीपुर नगर थाने की पुलिस ने एफआईआर संख्या 184/21 दर्ज कर जब जांच शुरू की तो जांच के दौरान ये बात भी सामने आया कि उक्त युवक पर वर्ष 2017 में भी फर्जी आईपीएस बनकर ठगी करने के मामले में दरभंगा जिले के अशोक पेपर मिल थाने में एफआईआर संख्या 129/2017 दर्ज है और वो इस मामले में जेल भी जा चुका है. नगर थाने की पुलिस ने फर्जी आईपीएस के पास से आईपीएस का फर्जी फ्लैप, एक रिवाल्वर, एक लैपटॉप, कारतूस और अन्य सामान बरामद किया है.