उत्तराखंड की महिला सशक्तिकरण, बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का सपना है कि प्रदेश के युवा रोजगार लेने वाले नहीं बल्कि रोजगार देने वाले बने। इसी दिशा में सरकार का प्रयास है कि युवाओं को स्वरोजगार के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाया जाये। श्रीमती आर्य ने यह बात शनिवार को बागेश्वर में आयोजित विशेष स्वरोजगार शिविर में कही।
उन्होंने शिविर के माध्यम से 56 बेरोजगार युवकों को स्वरोजगार की दिशा में 97 लाख रुपये से अधिक ऋण के चेक वितरित किये। इनमें अधिकांश वे प्रवासी हैं जो कोरोना महामारी के दौरान अपने गांव लौटे हैं और उनका रोजगार छिन गया था। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि अधिक से अधिक युवा आत्मनिर्भर बनें। इसी दिशा में प्रत्येक जनपद में विशेष स्वरोजगार शिविर आयोजित किये जा रहे हैं। अधिक से अधिक युवाओं को स्वरोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाना है। सरकार की ओर से प्रवासी युवाओं को स्वरोजगार मुहैया कराने के लिये कई योजनायें संचालित की जा रही हैं।
मंत्री ने कहा कि सरकार बैंकोें से मिलने वाले ऋण की प्रक्रिया को भी आसान बना रही है। इसी दिशा में जिला प्रशासन एवं स्वरोजगार से जुड़े विभागों एवं बैंकर्स के संयुक्त तत्वावधान प्रत्येक जनपद में विशेष स्वरोजगार शिविर आयोजित किये जा रहे हैं ताकि युवाओं को दर दर न भटकना पड़े। उन्होंने बागेश्वर जिला प्रशासन की तारीफ करते हुए कहा कि राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत जनपद में अच्छा कार्य हुआ है। महिला समूहों द्वारा भी बढ़ चढ़कर भागेदारी की जा रही है।
जिलाधिकारी विनीत तोमर ने बताया कि सितम्बर में अभी तक 118 युवाओं को लाभान्वित किया जा चुका है और दस दिन में 291.74 लाख रूपये का ऋण वितरित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि जनपद में राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत 226 आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं जिनमें से स्वीकृत 90 के विरूद्ध 47 लाभार्थियों को ऋण वितरित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि युवा अधिक से अधिक संख्या में स्वरोजगार शिविरों का लाभ लें।