गुजरात कैडर के आईएएस अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा (AK Sharma) ने सियासी पारी खेलने का निर्णय लिया है। अरविन्द कुमार शर्मा ने गुरुवार को बीजेपी (BJP) में शामिल हो गए हैं। बता दें अरविंद कुमार शर्मा 2022 में रिटायर होने वाले थे मगर सोमवार को ही उन्होंने अचानक ही वीआरएस लेकर सभी को चौंका दिया। तभी से उनके राजनीति में आने और बीजेपी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे। शर्मा पीएम मोदी के अति विश्वसनीय अफसरों में से एक माने जाते हैं। अरविंद कुमार शर्मा उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा और भाजपा यूपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए हैं।
यूपी के मऊ जिले में 11 अप्रैल 1962 को जन्मे अरविंद कुमार शर्मा 1988 बैच के गुजरात कैडर के आईएएस हैं। उनके पिता का नाम शिवमूर्ति राय है। उन्होंने पॉलिटिकल साइंस में फर्स्ट क्लास से मास्टर डिग्री प्राप्त की है। शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सीएमओ से पीएमओ तक काम किया है। जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब अरविंद शर्मा ने 2001 से लेकर 2013 तक उनके साथ सीएम कार्यालय में काम किया।
बीजेपी में शामिल होने के बाद अरविंद कुमार शर्मा ने कहा कि वह पार्टी में शामिल होकर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि देश में दल और पार्टियां बहुत हैं, वह किसी राजनीतिक दल से संबंधित नहीं हैं, फिर भी भाजपा जैसी पार्टी का सदस्य बन गया हूं। ये काम केवल मोदी जी और बीजेपी ही कर सकती है। अरविंद कुमार शर्मा के अचानक वीआरएस लेने के निर्णय के बाद से ही उनके उत्तर प्रदेश की राजनीति में आने की ख़बरें आने लगी थी। सूत्रों के अनुसार, मोदी के पसंदीदा अधिकारी अरविंद शर्मा को योगी मंत्रिमंडल में अहम दायित्व भी सौंपा जा सकता है।