आर्थिक तंगी (Cash-strapped) झेल रहे पाकिस्तान को किसी न किसी परेशानी से आए दिन जूझना पड़ रहा है. अब यूएई के एक फैसले की वजह से पाकिस्तानियों (Pakistanis) की मुश्किलें बढ़ गई हैं. दरअसल, यूएई ने सभी पाकिस्तानी यात्रियों (passengers) के लिए कम से कम 5 हजार दिरहम साथ लेकर आना अनिवार्य कर दिया है. इसका असर पाकिस्तान की ओपन मार्केट पर भी पड़ रहा है.
पाकिस्तान के प्रमुख अखबार के अनुसार, यूएई के इस फैसले के बाद पाकिस्तान की ओपन मार्केट में दिरहम की कमी आ गई है. इसी वजह से ओपन मार्केट में पाकिस्तानी रुपये के मुकाबले डॉलर भी मजबूत हो गया है.
एक्सचेंज कंपनीज एसोसिएशन ऑफ पाकिस्तान (ECAP) के अध्यक्ष मलिक बॉस्टन ने बताया कि पाकिस्तान से हर रोज 21 फ्लाइट दुबई में लैंड होती हैं जिनमें सवार होकर करीब 4200 पाकिस्तानी लोग प्रतिदिन दुबई पहुंचते हैं. इन सभी लोगों को हर रोज करीब 21 मिलियन दिरहम की जरूरत पड़ती है.
दिरहम मार्केट में नहीं, डॉलर्स की हो गई कमी
मलिक बोस्तान ने बताया कि पाकिस्तान की ओपन मार्केट में अब दिरहम उपलब्ध नहीं हैं लेकिन कीमत भी बढ़ गई है. उन्होंने आगे कहा कि दिरहम की ज्यादा डिमांड की वजह से डॉलर्स की भी कमी हो गई.
बोस्तान ने आगे कहा कि पाकिस्तान सरकार (government) ने सभी लोगों को विदेश यात्रा के समय कैश और जेवरात का ब्योरा देने का भी आदेश दिया है, जिसकी वजह से ये परेशानी और बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि कई बार जब मिडिल ईस्ट से लोग वापस पाकिस्तान आते हैं तो उनके साथ काम करने वाले लोग उन्हें अपने परिवारों को देने के लिए पैसे दे देते हैं. ऐसे में पाकिस्तान सरकार के आदेश के बाद कोई भी पाकिस्तानी ये रिस्क नहीं लेना चाहेगा.
80 पाकिस्तानियों को यूएई से वापस भेजा गया
हाल ही में 80 पाकिस्तानियों को यूएई से वापस उनके वतन भेजा गया. इन लोगों को वापस भेजने का कारण नकली रिटर्न टिकट समेत कई चीजें थीं. इन्हें वापस भेजने के साथ-साथ दुबई की ओर से इस्लामाबाद में जानकारी देते हुए बताया गया कि जो भी पाकिस्तानी दुबई आ रहे हैं, उनके पास वैलिड वर्क वीजा और 5000 हजार दिरहम और पाकिस्तान की वापसी का एक रिटर्न टिकट भी होना चाहिए.
पाकिस्तान के विदेश विभाग (foreign department) को भेजे गए पत्र में इन सभी 80 लोगों को वापस भेजने का कारण बताया गया और पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय से कहा गया कि जो लोग वर्क वीजा पर यूएई में काम की तलाश करने की तैयारी में हैं, उन्हें पढ़ा-लिखाकर भेजा जाए.
कितने पाकिस्तानी लोग यूएई में काम करते हैं
यूएई समेत कई गल्फ देशों में भारत के बाद सबसे अधिक माइग्रेंट लोग पाकिस्तान के होते हैं. मौजूदा समय में डेढ़ मिलियन से ज्यादा पाकिस्तानी लोग सिर्फ यूएई में ही रह रहे हैं. इनमें अधिकतर लोग वर्क वीजा पर वहां पर गए हुए हैं, साथ ही काफी लोगों के रिश्तेदार भी वहां रहते हैं, जिनकी मदद से वे भी वहां जाकर सेटल हो गए हैं.