हाल ही में यूपी समेत देश के पांच राज्यों में विधान सभा के चुनाव हुए हैं. इन पांचों राज्यों में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है. पंजाब में तो कांग्रेस सत्ता में थी लेकिन चुनाव के नतीजों में उसे मुंह की खानी पड़ी. ऐसे में बिहार कांग्रेस की तरफ से एक ट्वीट किया गया कि ‘कांग्रेस ने देश आजाद कराया था, कांग्रेस ही देश आजाद करायेगी.’ इस ट्वीट के बाद अब ये सवाल उठने लगे हैं कि कांग्रेस निराशाजनक प्रदर्शन के बाद लोगों के बीच क्या संदेश देना चाहती है.
आजादी दिलाने की दुहाई देते हैं कांग्रेस नेता
कांग्रेस के सभी बड़े नेता हमेशा अपने भाषण में देश को आजादी दिलाने की दुहाई देते हैं. एक बार फिर से उसने एक ट्वीट कर ये बात जनता के बीच एक बार फिर पहुंचाने की कोशिश की कि हर बार जिसे जनता नकार दे रही है उस पार्टी का एहसान इस देश की जनता पर है.
पांच राज्यों में कांग्रेस को मिली करारी हार
कांग्रेस इन पांच राज्यों के चुनाव में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाई. यूपी की 402 सीटों में से कांग्रेस को केवल 2 ही मिल पाईं. पंजाब में कांग्रेस की सरकार थी, लेकिन इस चुनाव में उसे 117 सीटों में से केवल 18 ही हाथ लग पाईं. यूपी चुनाव की कमान तो खुद प्रियंका गांधी ने संभाली. पार्टी की ओर से दावा किया जा रहा था कि कांग्रेस इस बार के विधान सभा चुनाव में कुछ कमाल कर देगी. रैली हो, रोड शो हो, चुनाव प्रचार हो या घर-घर जाकर लोगों से मिलना हो ये सब प्रियंका गांधी की रणनीति का ही हिस्सा था. इसमें राहुल गांधी कहीं दिखाई भी नहीं दिए. राहुल से इतर कांग्रेस ने दांव खेला लेकिन वो भी फेल हो गया.
लगातार हो रही हैं बैठकें
पांच राज्यों में करारी हार के बाद कांग्रेस लगातार बैठकें कर रही हैं. रविवार को भी कांग्रेस की संसदीय रणनीति समिति की बैठक हुई. 10 जनपथ सोनिया गांधी के आवास पर हुई इस बैठक में नेताओं ने सरकार को घेरने की रणनीति बनाई गई. कांग्रस के बड़े नेताओं ने बताया कि करीब 40 मिनट बैठक में संसद के आगामी सत्र में किन मुद्दों को उठाया जाए और सरकार को कैसे देखा जाए, इससे जुड़े तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई.