पंजाब में कांग्रेस और बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री चेहरे के बिना ही चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद अब आम आदमी पार्टी (आप) मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा करेगी। पार्टी में सीएम के चेहरे की तलाश पूरी हो गई है। दरअसल पंजाब विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद आप ने चेहरा घोषित करने का फैसला कर लिया है। पंजाब में आप कुछ ही दिनों में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का ऐलान कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने आप सांसद भगवंत मान को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है।
पंजाब में अगले महीने 14 फरवरी को होने वाले चुनाव को लेकर सत्तारूढ़ कांग्रेस के साथ ही आप, शिरोमणी अकाली दल व बसपा, पंजाब लोक कांग्रेस व भाजपा गठबंधन के अलावा किसान नेताओं की पार्टी भी मैदान में है। हालांकि, आम आदमी पार्टी की मानें तो 14 फरवरी आप के लिए अब तक कई बार भाग्यशाली तारीख साबित हुई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में 14 फरवरी को ही मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके है। ऐसे में 14 फरवरी को होने वाले चुनाव में आम आदमी पार्टी जीत का दावा कर रही है।
सूत्रों के अनुसार, भगवंत मान को आप की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा बनाए जाने को लेकर पार्टी की सर्वोच्च समिति (पीएसी) में सहमति बन गई है। इसकी अधिकृत घोषणा पहले ही होने थी लेकिन केजरीवाल को कोरोना होने के चलते इससे कुछ समय के लिए टाल दिया गया था। अगले कुछ दिनों में पार्टी पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए भगवंत मान को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर देगी।
एक ओर जहां भगवंत मान को पार्टी ने मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाने की तैयारी करनी है वही उनको लेकर पार्टी के कुछ नेताओं में नाराजगी भी देखने को मिली है। आप लोकसभा सांसद भगवंत मान का मुख्यमंत्री पद की दावेदारी और पार्टी में उन्हें लेकर पैदा हो रही नाराजगी पर कहना है कि अगर पार्टी उन्हें ये मौका देती है तो वो इसे स्वीकार करेंगे। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि पार्टी का जो फैसला होगा, वो उसे स्वीकार करेंगे।
इससे पहले पंजाब में अकाली दल ने सुखवीर सिंह बादल को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है । वहीं कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी या पीसीसी चीफ नवजोत सिद्धू किसी एक के चेहरे पर चुनाव में जाने पर सहमति नहीं बनी है। इसलिए पार्टी ने सुनील जाखड़ समेत तीन चेहरों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। आप की ओर से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित होने से भगवंत मान के मालवा में मजबूती मिलेगी क्योंकि पिछली बार भी मालवा से 90 फीसदी सीट मिली थी। पंजाब की कहावत के अनुसार जिसने मालवा जीत लिया उसने पंजाब जीत लिया। भगवंत मान पंजाब के संगरूर लोकसभा क्षेत्र से लगातार दो बार सांसद निर्वाचित हुए हैं।