पंजाब विधानसभा की 117 सीटों पर हुए चुनाव के नतीजे गुरुवार को जारी हो रहे हैं. सुबह से ही राजनीतिक पार्टियों ने जश्न मनाने की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं. इस बीच आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के नेता हरपाल सिंह चीमा (Harpal Singh Cheema) काफी सुर्खियों में बने हुए हैं. अगर पंजाब में AAP की सरकार बनती है, जो चीमा को उप मुख्यमंत्री का पद दिया जा सकता है. उन्होंने नतीजे जारी होने से पहले कहा कि राज्य में AAP की सरकार बनने जा रही है और एग्जिट पोल पर शक करने का कोई कारण नहीं है.
आम आदमी पार्टी के नेता हरपाल सिंह चीमा पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता और सिंगरूर जिले के दिरबा विधानसभा क्षेत्र (Dirba Assembly constituency) से विधायक हैं. चीमा ने 2017 पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले AAP का दामन थामा था. फिर उन्होंने 2017 में पंजाब विधानसभा चुनाव में दिरबा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा. वो मशहूर पंजाबी कब्बडी खिलाड़ी गुल्जार सिंह मूनक के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरे थे. मूनक ने शिरोमणि अकाली दल के टिकट पर चुनाव लड़ा था.
एक बार फिर दिरबा से लड़ रहे चुनाव
हरपाल सिंह चीमा ने मूनक और कांग्रेस नेता अजाइब सिंह रोतलान को हराकर इस सीट पर जीत हासिल की थी. वह अब एक बार फिर इसी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. चीमा पेशे से वकील हैं. चुनाव नतीजों से एक दिन पहले ही चीमा ने विरोली दलों पर आरोप लगाया है कि वह पंजाब में आम आदमी पार्टी को सत्ता में आने से रोकने के लिए हाथ मिला रहे हैं. उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ हुई मुलाकात पर सवाल उठाए हैं.
मुलाकात को पंजाब के साथ धोखा बताया
हरपाल सिंह चीमा ने इन दोनों नेताओं की शाह से मुलाकात को पंजाब के साथ धोखा बताया है. उन्होंने आरोप लगाया कि इस तरह की मुलाकातों का एक ही एजेंडा है, आम आदमी पार्टी को सत्ता में आने से रोकना. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने कहा, ‘एग्जिट पोल के नतीजों से साफ पता चलता है कि पंजाब में AAP की सरकार बनने जा रही है. लेकिन राजनीतिक दलों के नेता आपस में मिल रहे हैं. जिनका केवल एक ही मकसद है, और वो है AAP को सत्ता में आने से रोकना.’