चंडीगढ़ : जहां एक ओर विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस में चल रहा सियासी घमासान जारी है वहीं शिरोमणि अकाली दल में सत्ता में वापसी के लिए अपने अभियान को और तेज कर दिया है. अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने 2022 के लिए उम्मीदवारों के नाम की घोषणा शुरू कर दी है जबकि कांग्रेस अंतरकलाह से जूझ रही है. सुखबीर सिंह बादल ने 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए 13 सूत्री एजेंडा का ऐलान किया है.
पंजाब में 117 विधानसभा सीटें हैं. अकाली दल की ओर से अभी तक 19 उम्मीदवारों की घोषणा हाे चुकी है. जिसमें सबसे पहले सुखबीर सिंह बादल ने जलालाबाद से उम्मीदवार घोषित किया वहीं अनिल जोशी जो हाल ही में बीजेपी से अकाली दल में शामिल हुए उन्हें अमृतसर नॉर्थ से उम्मीदवार घोषित किया गया है.
तोता सिंह को धर्मकोट, विरसा सिंह वल्टोहा खेमकरण, सिकंदर सिंह मलूका को रामपुर फूल, संनेवाल से शरणजीत ढिल्लों के नाम घोषित किये गए हैं.
पंजाब में अकाली दल और बसपा मिलकर चुनाव लड़ रही है जहां अकाली दल 97 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि बसपा 20 सीटों पर अपने उम्मीदवारों पर किस्मत आजमाएगी. ऐसे में अकाली दल ने अपने कोटे की सीटों पर नामों की घोषणा शुरू कर दी है.
कांग्रेस के प्रवक्ता जीएस बाली ने कहा कि अकाली दल को हमारी ओर से मुबारकबाद लेकिन जल्दी कांग्रेस भी अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करेगी बहुत कुछ देखकर ही उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की जाती है जिसमें कैप्टन अमरिंदर सिंह, हरीश रावत, सोनिया गांधी जल्द ही कोई लिस्ट जारी कर सकते हैं तकरीबन 1 महीने के अंदर पार्टी अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करेगी.
आम आदमी पार्टी विधायक कुलतार संधवा ने कहा कि सुखबीर सिंह बादल जिन्होंने 10 साल पंजाब को लूटा घर-घर नशा पहुंचाया आज उनसे पंजाब के लोग जवाब मांग रहे हैं. इसलिए जल्दबाजी में वह उम्मीदवारों का ऐलान कर रहे हैं.
सीनियर पत्रकार सुखबीर सिंह बाजवा ने कहा कि अकाली दल की ओर जो कैंपेन शुरू किया गया है उसका फायदा उन्हें जरूर होगा क्योंकि बाकी पार्टियां अभी तक विचार ही कर रही है बल्कि अकाली दल हर कम्पैन में जाकर उम्मीदवारों का ऐलान कर रही है. मैंने कहा कि हार जीत तो दूर की बात है लेकिन फिलहाल कैंपेन की शुरुआत अकाली दल ने की है जबकि आम आदमी पार्टी में सीधे तौर पर सीएम चेहरे को लेकर बगावत देखने को मिल रही है और कांग्रेस का भी अपना क्लेश चल रहा है.