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नीतीश की जीत से ज्याद तेजस्वी की हार पर हो रहे चर्चे, सबने कहा— लालू के लाल में दम है

बिहार विधानसभा के चुनावी रिजल्ट 2020 में एनडीए गठबंधन में 115 सीटों पर लड़ने वाले जदयू को नुकसान हुआ है। वहीं, भाजपा को बड़ा फायदा हुआ है। वीआईपी प्रमुख भले हार गए हों लेकिन एनडीए गठबंधन के तहत चार सदस्यों के साथ उनकी बिहार विधानसभा में इंट्री हो रही है।

वहीं, जीतन राम मांझी भी अपने दल के तीन और साथियों को निर्वाचित कराकर चार की संख्या में विधानसभा पहुंच रहे हैं। बात जदयू की करें तो उसने 115 प्रत्याशी दिए थे। 2015 के चुनाव में उसने राजद गठबंधन के साथ 101 सीटें लड़ीं और 71 पर जीत दर्ज की थी। लेकिन अबकी उसे महज 43 सीटों पर बढ़त दिख रही है। इस लिहाज से जदयू को 28 सीटों का नुकसान है। 2005 फरवरी के चुनाव के बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखने वाले जदयू के सदस्यों की संख्या पहली बार 50 के नीचे होगी। वहीं भाजपा ने 2010 के बाद पहली बार इतनी बड़ी संख्या बल के साथ विधानसभा में दमदार मौजूदगी रखी है। तब भाजपा के 91 और जदयू के 115 विधायक चुनकर आए थे।

जदयू के बड़े लड़ाके जो जीतकर आए
बिजेन्द्र प्रसाद यादव, विजय कुमार चौधरी, नरेन्द्र नारायण यादव, श्रवण कुमार, हिरानारायण सिंह, महेश्वर हजारी, मदन सहनी, बीमा भारती, लेसी सिंह, रमेश ऋषिदेव, निरंजन मेहता

पहले चरण में जदयू को लगा बड़ा धक्का
तीन चरणों में संपन्न हुए आम चुनाव के पहले चरण में सत्ताधारी दल जदयू को चुनाव परिणामों के लिहाज से बड़ा धक्का लगा है। एनडीए गठबंधन के तहत उसने 35 प्रत्याशी उतारे थे जिनमें से उसे केवल छह सीटों पर जीत मिली। जदयू ने कई सीटिंग सीटें हारी तथा कई पर उसके दिग्गज भी चुनाव में हार गए। इनमें मंत्री भी शामिल थे। जीतने वालों में पूर्व मंत्री दामोदर रावत, विधान पार्षद मनोज यादव, कांग्रेस से आए विधायक सुदर्शन कुमार, तारापुर के विधायक मेवालाल चौधरी और नए जीतने वाले लड़ाके जयंत राज व ललित मंडल शामिल हैं। वहीं हारने वालों में चार मंत्री मंत्री शैलेश कुमार, संतोष निराला, जयकुमार सिंह और कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा शामिल हैं।

दूसरे चरण की 43 सीटों में से जदयू को 15 सीटों पर जीत मिलती दिख रही है। जीतने वालों में मंत्री श्रवण कुमार, पूर्व मंत्री हरिनारायण सिंह, नरेन्द्र कुमार नीरज, कृष्ण मुरारी शरण, पन्नालाल सिंह, अमरेन्द्र कुमार पांडेय, सुनील कुमार, शशिभूषण हजारी शामिल हैं। पहली बार जीतने वालों में कौशल किशोर, डॉ. संजीव सिंह, सिद्धार्थ पटेल, विनय कुमार चौधरी, शीला मंडल, पंकज मिश्रा और शालिनी मिश्रा शामिल हैं। जदयू के जो दिग्गज इस चरण में हारे उनमें मंत्री रामसेवक सिंह, पूर्व मंत्री चंद्रिका राय व मंजू वर्मा, विधायक सुनीता सिंह, पूनम देवी यादव, फराज फातमी, सर्फुद्दीन, लक्ष्मीकांत मंडल, राजकुमार राय आदि शामिल हैं।

तीसरे चरण में स्ट्राइक रेट बेहतर
तीसरे चरण में जदयू ने अपने 37 प्रत्याशी एनडीए की ओर से चुनाव में उतारे थे, इनमें से 21 सीटों पर उसके प्रत्याशी जीत के करीब हैं। जीतने वालों में दल के कई दिग्गज नेता और मंत्री शामिल हैं। इनमें बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, सरकार के मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, नरेन्द्र नारायण यादव, बीमा भारती, मदन सहनी, महेश्वर हजारी शामिल हैं। जबकि जदयू के हारने वाले दिग्गजों में मंत्री सुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद, लक्ष्मेश्वर राय, रमेश ऋषिदेव, विधायक विद्यासगर निषाद, पूर्व सांसद अश्वमेध देवी, पूर्व मंत्री रंजूगीता प्रमुख हैं। जदयू के जीतने वाले अन्य प्रत्याशियों में रामविलास कामत, मीना कामत, धीरेन्द्र प्रताप उर्फ रिंकू सिंह, दिलीप राय, सुधांशु शेखर, अनिरुद्ध प्रसाद यादव, वीणा भारती, अचमित ऋषिदेव आदि हैं।