कोतवाली देहात के मिश्रौली गांव में शुक्रवार की शाम को एक पुराने कच्चे मकान की नींव खोदाई का काम किया जा रहा था, तभी खोदाई के समय वहां पर एक पुरानी व भारी भरकम तिजोरी देखने को मिली. खोदाई के समय तिजोरी को देखते ही आस पास के लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और इस बारे में बताया.
क्या है पूरा मामला..
सुभाष चंद्र बरनवाल और उनके चचेरे भाई विनोद बरनवाल का एक पुराना कच्चा घर गांव के बीच में है. किसी के ना रहने के कारण वह घर मलबे में बदल गया है. वहीं पर विनोद बरनवाल ने खोदाई कर उस आधे हिस्से में काम करवा रहे थे. शुक्रवार की शाम को भाई सुभाष चंद्र बरनवाल के हिस्से की जमीन में लोहे की एक पुरानी व भारी भरकम चीज दिखाई देने से सभी लोग हैरान हो गये और इसे बाहर निकाले जाने पर पता चला कि वह एक तिजोरी है.
इसका वजन करीबन 3 कुंटल से भी ज्यादा बताया जा रहा है. भारी तिजोरी की सूचना जंगल में आग की तरह पूरे गांव में सनसनी बनकर फैल गईं. ये देखते ही वहां पर कई लोग की भीड़ लग गई. तिजोरी की जानकारी पुलिस को लगते ही पुलिस वहां पर जांच-पड़ताल के लिए पहुंची. लोगों ने ट्रैक्टर की मदद से तिजोरी को बाहर निकलवा कर सुरक्षित रखवा दिया है.
इसको ग्रह स्वामी व मकान मालिक अपनी मौजूदगी में खुलवाने की बात कह रहे हैं. तिजोरी को लेकर पूरे आसपास के इलाके में हर तरह की चर्चाएं हो रही हैं. तिजोरी को लेकर कुछ लोगों का कहना है कि यह तिजोरी जिस जगह पर मिली है वह पुराने साहूकार का एक घर है जहां के लोग घर छोड़कर दूसरी जगह रहने चले गए हैं. उन्हीं लोगों की यह चीजें भी हो सकती है .फिलहाल की इस तिजोरी के अंदर क्या है इस बात की जानकारी अभी तक किसी को भी नहीं हुई है.