बिहार में समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर थाना क्षेत्र में नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है. हालांकि एक आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से फरार है. बता दें कि पीड़ित लड़की अपने फ्रेंड मनीष कुमार के साथ रोसड़ा से घूमकर देर रात अपने घर लौट रही थी. जब ये दोनों सिंघिया पुल के पास पहुंचे तब दिलीप ठाकुर और कैलाश महतो ने दोनों को पकड़ लिया. इसके साथ ही अपने दो और दोस्त राम ललित सिंह व पप्पू कुमार को कॉल करके बुला लिया.
उसके बाद चारों ने मिलकर लड़की और उसके फ्रेंड को पकड़ लिया और सुनसान जगह पर ले गए जहां चारों ने पीड़ित लड़की के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया. इसके बाद ललित ने पप्पू के मोबाइल से नाबालिग लड़की के दोस्त के साथ रेप करते हुए वीडियो बना लिया. पीड़िता ने विभूतिपुर थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई थी जिसके बाद समस्तीपुर के एसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो के निर्देश पर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम का गठन कर छापेमारी शुरू की गई. पुलिस ने इस मामले में मनीष कुमार, दिलीप ठाकुर, पप्पू कुमार और रामललित सिंह को गिरफ्तार कर लिया.
साथ ही रेप का वीडियो बनाने वाले मोबाइल को भी जब्त कर लिया है जबकि एक आरोपी कैलाश महतो फरार चल रहा है. इसके खिलाफ थाने में पहले से ही आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज है. एसडीपीओ सहरियार अख्तर ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस के समक्ष गैंगरेप की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. इस मामले में नाबालिग लड़की का दोस्त भी शामिल है और रेप का वीडियो उसी के साथ रिकॉर्ड हुआ है. रोसड़ा के डीएसपी ने समस्तीपुर पुलिस अधीक्षक को इस कांड में संलिप्त आरोपियों को गिरफ्तार करने में अहम भूमिका निभाने वाले पुलिस पदाधिकारियों को पुरस्कृत करने की सिफारिश की है.