आम तौर पर ऐसा होता है कि पुलिस घटना के बाद पहुंचती है और फिर मामले की जांच की किसी घटना या वारदात की जांच करती है, लेकिन छिंदवाड़ा (Chhindwara) में एक नाबालिग लड़की (Minor girl) जांच घटना ने पहले पुलिस के पहुंचने पर बच गई. पुलिस ने छिंदवाड़ा में फांसी के फंदे से झूल रही लड़की को बचा लिया. इसके लिए जो तरकीब अपनाई वो भी काबिले तारीफ है.
पंखे से लगा ली थी फांसी
मामला ईएलसी चौक इलाके का है. यहां एक मकान में नाबालिग किसी अज्ञात कारणों के चलते पंखे से रस्सी को बांधकर फांसी लगा रही थी. सूचना के बाद पुलिसकर्मी तत्काल मौके पर पहुंची और नाबालिग को खुदकुशी करने से बचा लिया.
पिता की आवज से आई महिला ASI
बताया जा रहा है नाबालिग अपने कमरे में थी उसने अंदर से दरवाजा लगा रखा था. पिता ने आवाज लगाई तो लड़की का कोई जवाब नहीं. आया पिता ने परेशान होकर घर के बाहर किसी को मदद के लिए आवाज लगाई. ईएलसी चौक में ड्यूटी पर तैनात उषा जावरकर ने दौड़ लगा दी. मौके पर पहुंचते ही इन्होंने दरवाजा खोलने का प्रयास किया, लेकिन जब दरवाजा नहीं खुल पाया तो उन्होंने दीवार में छेद कर दिया.
जांच में जुटी पुलिस
दीवार में किए गए होल से उषा जावरकर ने एक बच्चे को कमरे के अंदर भेजा. अंदर जाते ही बच्चे ने कमरे का दरवाजा अंदर से खोल दिया. दरवाजा खुलते ही ASI उषा जावरकर और परिजन अंदर दाखिल हुए और उन्होंने बच्ची को फंदे से उतारा. फिलहाल बच्ची की हालत स्थिर है उसने ऐसा कदम क्यों उठाया इसके पीछे का कारण अभी भी अज्ञात है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.