महाराष्ट्र के नागपुर में रेड लाइट इलाकों में रहने वाली कई कॉमर्शियल सेक्स वर्कर्स (CSW) ने रविवार को विरोध- प्रदर्शन किया और पुलिस की ओर से धारा 144 के तहत इलाके में लोगों की एंट्री रोकने के लिए लगाए गए बेरिकेड्स को हटा दिया. दरअसल नागपुर शहर के गंगा जमुना इलाके में रहने वाले कई लोगों ने सेक्स वर्कर्स की ओर से खुलेआम ग्राहकों को तलाशने और उन्हें रिझाने समेत अवैध गतिविधियों की शिकायतें की थीं. इसके बाद इस इलाके को पुलिस कमिश्वर के आदेश के बाद बुधवार शाम से बंद कर दिया गया था.
NCP ने निकाला जमीन हड़पने वाला एंगल
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की नेता ज्वाला धोते के नेतृत्व में 100 से ज्यादा सेक्स वर्कर्स के एक समूह ने नारे लगाए. कुछ महिलाओं ने इलाके में प्रवेश को रोकने के लिए लगाए गए बेरिकेड्स को हटा दिया. संवाददाताओं से बातचीत में धोते ने आरोप लगाया कि पुलिस इलाके में बेरिकेड्स लगाकर जमीन हड़पने में बिल्डर की मदद कर रही है. बता दें कि गंगा जमुना इलाके में करीब 500 से 700 सेक्स वर्कर्स रहती हैं. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि इलाके में आईं ज़्यादातर सेक्स वर्कर्स बाहरी हैं. इलाके में अवैध निर्माण है, जिससे सख्ती के साथ निपटने की जरूरत है.