पंजाब सरकार में नेतृत्व में बदलाव होने के बाद प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू काफी खुश दिखाई दिए। हालांकि कुछ अवसरों पर उनकी खुशी, मर्यादाओं को तोड़ती दिखाई दी। उन्हें देखकर ऐसा लग रहा है कि जैसे वह अपनी खुशी संभाल ना पा रहे हों। बुधवार को सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, अपने अन्य 2 उप मुख्यमंत्रियों सहित अमृतसर पहुंचे थे।
सिद्धू ने इस दौरान कभी मुख्यमंत्री चन्नी का हाथ पकड़कर उन्हें खींचा तो कभी उनके कंधे पर हाथ रख दिया। सिद्धू इस पूरे कार्यक्रम में कई अवसरों पर मुख्यमंत्री से भी आगे दिखाई दिए।
आपको बता दें चन्नी ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में बुधवार को मत्था टेका। सीएम बनने के बाद वह पहली बार अमृतसर गए थे। उनके साथ दो उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओपी सोनी और कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू भी थे। इसके बाद वे दुर्गियाना मंदिर भी गए।
सीएम चन्नी, रंधावा, सोनी और सिद्धू चाय के एक फेमस स्टॉल पर भी गए जहां उन्होंने चाय के मजे लिए। इससे पहले चन्नी, रंधावा, सोनी और सिद्धू दिल्ली से मंगलवार रात को अमृतसर पहुंचे थे। वे पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के साथ राज्य के नए मंत्रिमंडल विस्तार पर बातचीत करने के लिए दिल्ली पहुंचे थे।
पहले उन्होंने स्वर्ण मंदिर में मत्था टेका फिर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि 2015 के बेअदबी मामलों में न्याय किया जाएगा। सीएम फरीदकोट में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की घटनाओं का जिक्र कर रहे थे।
इस बातचीत के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि राजनीति मुद्दों से भटक गयी थी मगर ‘हमारे मुख्यमंत्री ने इन मुद्दों पर वापस ध्यान खींचा है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘यदि हम लोगों के मुद्दे हल नहीं कर सकते तो हम सच्चे सिख नहीं है क्योंकि धर्म भूखे को खाना खिलाना, रोते को हंसाना और बेसहारा को सहारा देना है।’