केरल (Kerala) में नरबलि (Human Sacrifice) के इरादे से दो महिलाओं की हत्या के मामले (women murder cases) में सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। बता दें कि मामले में एक दंपति सहित तीन आरोपी हैं, जिन्होंने आर्थिक तंगी दूर करने और समृद्धि प्राप्त करने के लिए इन महिलाओं की बलि दी थी। पीड़ितों- पद्मा और रोसलिन के शरीर के अंग को टुकड़ों में काट दिया था और घर के पीछे दफन कर दिया था।
जांच में जुटी पुलिस ने कहा कि पीड़ित महिला में से एक के शरीर के हिस्से को तीन गड्ढों से बरामद किया गया है, जहां उन्हें दफनाया गया था। साथ ही यह भी दावा किया कि हत्यारों ने महिलाओं को मारने के बाद उनके शव से मांस का टुकड़ा भी खाया था। पुलिस का कहना है कि मुख्य आरोपी लोगों की तलाश फेसबुक के जरिए किया करता था।
सड़कों पर लॉटरी के टिकट बेचती थीं महिलाएं: पुलिस
पुलिस ने बताया कि सड़कों पर लॉटरी के टिकट बेचकर अपनी रोजी रोटी कमाने वाली दो महिलाओं की आर्थिक तंगी दूर करने और समृद्धि लाने के लिए बलि दी गई थी। मृतक के कटे हुए शरीर के अंगों को मंगलवार को पथानामथिट्टा के एलंथूर गांव में दंपति के घर के परिसर से निकाला गया। पुलिस ने कहा कि पीड़ितों के शरीर के अंगों को टुकड़ों में काट दिया गया था और एलंथूर में दो स्थानों पर दफनाया गया था। पुलिस ने कहा कि आरोपियों ने अपना अपराध कबूल कर लिया है।
कोच्चि शहर के पुलिस आयुक्त सीएच नागराजू ने आज बुधवार को पीसी में कहा कि हमने मारे गए दोनों महिलाओं के शरीर के सभी हिस्सों को बरामद कर लिया है। उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि ऐसी संभावना है कि आरोपियों ने इन महिलाओं की हत्या करने के बाद उनके शरीर के अंगों को खाया है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है, लेकिन अभी पुष्टि नहीं हो सकी है।
मुख्य आरोपी मोहम्मद शफी एक मानसिक रोगी है: पुलिस
पुलिस का कहना है कि मुख्य आरोपी मोहम्मद शफी एक मानसिक रोगी है। इस जघन्य घटना को अंजाम देने वाले दंपति की पहचान भगवल सिंह और उसकी पत्नी लैला के रूप में हुई है, जो पठानमथिट्टा जिले के अरनमुला के पास अपने घर पर एक मसाज सेंटर चलाते थे। मोहम्मद शफी जून और सितंबर में दोनों महिलाओं को दंपति के घर लाया, जहां उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। सिंह और लैला के साथ शफी को मुख्य आरोपी बनाया गया है।
शफी हिस्ट्रीशीटर है, एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज: पुलिस
कोच्चि के पुलिस आयुक्त सीएच नागराजू ने कहा कि शफी हिस्ट्रीशीटर है और पिछले 15 वर्षों में उसके खिलाफ एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज है। नागराजू ने कहा, “शफी ने केवल छठी कक्षा तक पढ़ाई की है। उसने ड्राइवर, मैकेनिक से लेकर होटल चलाने वाले तक सभी छोटे-मोटे काम किए हैं। उसके खिलाफ पूर्व में दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि उसने 75 वर्षीय महिला के साथ बलात्कार किया और चाकू से निजी अंगों को चोट पहुंचाई। हमें पता चला है कि जिन दो महिलाओं की हत्या जाहिर तौर पर मानव बलि के तौर पर की गई थी, उन्हीं जगहों पर घायल हुई थी।”
कमिशनर ने कहा, “अब यह साबित हो गया है कि शफी एक मानसिक रोगी और यौन विकृत है। वह यौन सुख प्राप्त करने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। उसका फेसबुक पर फेक अकाउंट है, जिसमें कहा गया है कि अगर किसी को आर्थिक समस्या है, तो उससे संपर्क करे। इस तरह उसने सिंह से दोस्ती की और उसका विश्वास जीता।” उन्होंने कहा कि पुलिस ने अब एक विशेष टीम का गठन किया है और जांच पूरी करने के लिए आरोपी की हिरासत की मांग करेगी।