कोरोना महामारी का प्रकोप कम होने के साथ राज्य सरकारें स्कूल, कॉलेज समेत बंद चल रही संस्थाओं को फिर से खोलने के लिये मन बना रही हैं। गौरतलब है कि अधिकतर राज्यों में प्राइमरी स्कूल पिछले साल मार्च से ही बंद हैं। 9वीं-12वीं कक्षा के छात्रों के लिए किसी-किसी राज्य ने थोड़ी छूट दी थी, लेकिन प्राथमिक कक्षा के छात्र पिछले डेढ़ साल से स्कूल नहीं जा पाये हैं। देश के 12 राज्यों में या तो स्कूल खुल चुके हैं या खोलने की प्रक्रियाएं चल रही हैं। इनमें बिहार, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, छत्तीसगढ़ जैसे राज्य शामिल हैं। अधिकतर जगह शुरू में कक्षा 10 से 12 के छात्रों के लिए 50 फीसदी अटेंडेंस के साथ स्कूल खोले जा रहे हैं। इसके अलावा भी कुछ नये गाइडलाइंस तय किए गए हैं जिनका पालन स्कूल खुलने के बाद अनिवार्य होगा।
आईसीएमआर (इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च) ने कहा कि बच्चे कोविड-19 से लड़ने में कहीं ज्यादा सक्षम हैं। कई राज्यों ने इसी का हवाला देकर स्कूल खोलने की बात कही है। वहीं उत्तर प्रदेश में गैर-सहायता प्राप्त स्कूलों के एसोसिएशन ने सरकार से स्कूल खोलने की गुहार लगाई है। राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बीते बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य में सभी स्कूल 2 अगस्त से खुल जाएंगे। उन्होंने कैबिनट बैठक के बाद स्कूल खुलने की जानकारी दी। अधिकारियों के अनुसार नयी गाइडलाइंस जल्द ही गृह विभाग की तरफ से जारी की जाएंगी। अभी कोचिंग संस्थानों व विश्वविद्यालयों को खोलने पर फैसला नहीं हुआ है। हिमाचल प्रदेश कैबिनेट ने भी अगले महीने से स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। हालांकि 2 अगस्त से कक्षा 10-12 तक के स्कूल ही खुलेंगे। कक्षा 5 से 8 तक के छात्रों को भी अपने डाउट्स क्लियर करने के लिए 2 अगस्त से स्कूल आने की इजाजत होगी। राज्य में कोचिंग, ट्यूशन और ट्रेनिंग संस्थानों को 26 जुलाई से खोल दिया जाएगा।
वहीं गुजरात में पिछले हफ्ते से कक्षा 12 और कॉलेजेस को ऑफलाइन क्लासेज शुरू करने की अनुमति दी जा चुकी है। बीते बृहस्पतिवार को गुजरात सरकार ने कहा कि 26 जुलाई से 9 से 11 की कक्षायें भी शुरू हो जाएंगी। अभी 50 प्रतिशत अटेंडेंस रखी जाएगी, जो अनिवार्य नहीं है और स्टूडेंट्स को पैरंट्स से अप्रूवल के बाद ही स्कूल में एंट्री मिलेगी। सभी स्कूल के स्टाफ को वैक्सीन की कम से कम एक डोज जरूरी लगी होनी चाहिए। बिहार की बात करें तो कक्षा 1 से 10 तक के सभी स्कूलों को अगस्त के दूसरे सप्ताह से खोला जा सकता है। राज्य के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि स्थितियां अनुकल रहीं तो अगस्त के दूसरे सप्ताह से स्कूल खोलने की खातिर आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में फैसला लिया जाएगा। सीनियर क्लासेज के स्कूल पहले ही खुल चुके हैं।
उधर, मध्य प्रदेश में कक्षा 11 और 12 की क्लासेज और हॉस्टल 26 जुलाई से खोलने का फैसला हुआ है। कक्षा 9 और 10 के स्टूडेंट्स की खातिर स्कूल 5 अगस्त से खुलेंगे मगर पैरंट्स की सहमति जरूरी होगी। अभी 50 फीसदी अटेंडेंस के साथ स्कूल खुलेंगे और सप्ताह में चार दिन क्लासेज चलेंगी। भोपाल में अगले सोमवार से स्कूल खुलेंगे, इस पर अभी संदेह है। ओडिश की बात की जाये तो यहां 26 जुलाई से कक्षा 10 और 12 के स्टूडेंट्स की खातिर हॉस्टल खुल जाएंगे। उत्तराखंड में कक्षा छह से ऊपर के स्कूल खोलने पर विचार हो रहा है। आंध्र प्रदेश सरकार ने बीते बुधवार को कहा कि 16 अगस्त से स्कूल खोल दिए जाएंगे। अभी यहां पर अध्यापक ही ऑल्टरनेट—डे पर स्कूल जा रहे हैं। बच्चों को डाउट्स क्लियर करने के लिए स्कूल जाने की इजाजत है।
वहीं पंजाब में 26 जुलाई से कक्षा 10, 11 और 12 के स्कूल खुल रहे हैं। हालांकि सिर्फ उन्हीं टीचर्स और स्टाफ को स्कूल में एंट्री मिलेगी जो पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुके होंगे। स्टूडेंट्स स्कूल आएं या नहीं, इसपर पैरंट्स का फैसला अंतिम होगा। अगर हालात काबू में रहते हैं तो बाकी क्लासेज को 2 अगस्त से खोला जा सकता है। छत्तीसगढ़ में सभी इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट्स भी 2 अगस्त से खुलेंगे और 2 अगस्त से कक्षा 10 व 12 के स्कूल खुल जाएंगे। अभी 50 प्रतिशत अटेंडेंस की अनुमति होगी। कॉलेज भी इसी तारीख से खुलेंगे। स्टूडेंट्स को ऑल्टरनेट डेज पर क्लासेज के लिए बुलाया जाएगा। हालांकि यह अनिवार्य नहीं होंगी। पैरेंट्स की अनुमति जरूरी होगी।