कोरोना महामारी (corona Epidemic) की तीसरी लहर (third wave) देश के चार सबसे बड़े शहरों में चरम पर पहुंच गई है। सात दिनों के औसत मामलों में मुंबई, दिल्ली, कोलकाता और चेन्नई (Mumbai, Delhi, Kolkata and Chennai) में स्पष्ट गिरावट दिखाई दे रही है। हालांकि, शुक्रवार तक गणना की गई सात-दिवसीय औसत बेंगलुरु, पुणे, अहमदाबाद और हैदराबाद (Bangalore, Pune, Ahmedabad and Hyderabad) के अगले चार सबसे बड़े शहरों में बढ़ रही थी।
आपको बता दें कि बेंगलुरु और अहमदाबाद में राहत के संकेत मिले हैं। शनिवार सहित पिछले दो दिनों में दैनिक मामलों में गिरावट आई थी। हालांकि इस प्रवृत्ति को अगले कुछ दिनों तक सात दिनों के औसत के लिए बनाए रखना होगा।
इन आठ शहरों के कोविड आंकड़ों से जो बड़ी तस्वीर सामने आई है, वह यह है कि सबसे बड़े शहरी केंद्र अब देश के दैनिक संक्रमणों में कम योगदान दे रहे हैं। राष्ट्रीय मामलों के सात दिनों के औसत के अभी भी बढ़ने के साथ महामारी अब छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में फैलती दिख रही है।
बेंगलुरु सबसे अधिक प्रभावित
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, मौजूदा लहर के दौरान बेंगलुरु सबसे ज्यादा प्रभावित शहर रहा है। इसने सर्वाधिक पीक दर्ज किया है। शहर ने 16 दिसंबर से अब तक 3 लाख मामले दर्ज किए हैं, जो केवल दिल्ली के कुल 3.4 लाख से थोड़े ही पीछे हैं। मुंबई पहला शहर था जहां महामारी चरम पर थी। यहां सात दिन का औसत 12 जनवरी को गिरने से पहले बढ़कर 17,465 हो गया। कोलकाता अगले स्थान पर था, जिसने 13 जनवरी को 7,069 के चार सबसे बड़े महानगरों में सबसे निचले पीक की सूचना दी।