एक सप्ताह पहले तुर्की और सीरिया (Turkey and Syria) में 7.8 तीव्रता का भूकंप (Earthquake) आया था। उसके बाद 7.5 तीव्रता के झटके समेत एक दर्जन से ज्यादा झटकों ने दोनों देशों में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है। तुर्किये और सीरिया (Turkey and Syria) में सात दिन पहले आए विनाशकारी भूकंप के बाद बड़े पैमाने पर राहत और बचाव कार्य जारी है।अब तक 25,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी हैं, जबकि हजारों लोग बेघर हुए हैं, अभी भी कुछ तस्वीरे सामने आ रही हैं जो जिदंगी से संघर्ष करते नजर आ रहे हैं। वहीं इस विनाशकारी लीला की सैटेलाइट तस्वीरों भी सामने आई जिनसे पता लगता है कि प्राकृतिक आपदा के बाद हुआ है।
ब्रिटेन के सेंटर फॉर द ऑब्जर्वेशन एंड मॉडलिंग ऑफ अर्थक्वेक, वोलकैनोज एंड टेक्टोनिक्स (COMET) ने धरती के फटने की एक तस्वीर दिखाई है जो भूमध्य सागर के उत्तरपूर्वी सिरे से 300 किमी से अधिक की लंबाई तक फैली हुई है।
COMET ने भूकम्प से हुए व्यापक विनाश के प्रभावों को दिखाने के लिए दोनों देशों में भूकंप से पहले और बाद की तस्वीरें ली हैं। एजेंसी ने इन तस्वीरों की तुलना यूरोपियन अर्थ-ऑब्जर्विंग सैटेलाइट सेंटिनल-1 से ली गई तस्वीरों से की है।तस्वीरों में भूकंप के कारण धरती में दो दरारें दिखाई गई हैं। उनमें से एक,जो 125 किलो मीटर लंबा है, इस क्षेत्र में दूसरा भूकंप आने के लगभग नौ घंटे बाद प्रकट हुआ है।
भूकंप का पहला झटका सोमवार को स्थानीय समयानुसार अहले सुबह 4:17 बजे आया था। COMET ने ट्वीट कर कहा है कि इसकी व्यापकता बहुत भयावह है। COMET टीम का नेतृत्व करने वाले टिम राइट ने Space.org को बताया, “जितना बड़ा भूकंप, उतना बड़ा फॉल्ट और उतना ही ज्यादा भयावहता का खतरा रहता है। भूकंप के बाध धरती में आई यह दरार महाद्वीपों पर रिकॉर्ड किए गए सबसे लंबी दरारों में से एक है। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ ही घंटों के अंदर ऐसे दो बड़े भूकंप होने की घटना भी असामान्य है। अमूमन एक बड़े झटके के बाद कई छोटे झटके आते हैं, लेकिन तुर्की-सीरिया में दोनों स्थितियां रहीं।