अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद ब्रिटेन तालिबान के खिलाफ हर मुमकिन कार्रवाई की तैयारी में है. ब्रिटेन के विदेश मंत्री डॉमनिक राब ने कहा कि तालिबान को जवाबदेह ठहराने के लिए ब्रिटेन अपने पास मौजूद सभी साधनों का इस्तेमाल करेगा. अफगानिस्तान के खिलाफ संभावित प्रतिबंधों के बारे में पूछे जाने पर डॉमिनिक राब ने कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान को जवाबदेह ठहराने के लिए ब्रिटेन अपने पास मौजूद सभी साधनों का इस्तेमाल करेगा.
रॉयटर्स के मुताबिक, यह पूछे जाने पर कि वह तालिबान को कैसे जवाबदेह ठहराएंगे, ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने कहा कि अपने साझेदारों के साथ काम करते हुए तालिबान पर प्रतिबंध लगाया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘हम ओडीए यानी अफगानिस्तान को मिलने वाली आधिकारिक विकास सहायता को रोक देंगे. मुझे लगता है कि यह एक अच्छा उपाय है.’
यह पूछे जाने पर कि क्या वह नए प्रतिबंधों की संभावना से इनकार कर रहे हैं, डॉमिनिक राब ने कहा कि मौजूदा बंदिशों से राहत का भी सवाल है. हमारी कार्रवाई में सभी वित्तीय साधन शामिल हैं और ये तालिबान के बर्ताव पर निर्भर करता है.
ब्रिटिश न्यूज वेबसाइट स्काई न्यूज के मुताबिक, डॉमिनिक राब ने कहा कि तालिबान अफगानिस्तान में जिस तेजी से आगे बढ़ा, उसकी किसी को उम्मीद नहीं थी. किसी ने उसे इस तरह आगे बढ़ते हुए नहीं देखा. यह पूछे जाने पर क्या ब्रिटेन को और कार्रवाई करनी चाहिए थी. डॉमिनिक राब ने कहा कि अगर हमें पता होता कि आगे क्या होने वाला है तो निश्चित रूप से हमने कार्रवाई की होती.
डॉमिनिक राब ने कहा कि अफगानिस्तान पर काबिज होने के बावजूद ब्रिटेन तालिबान के साथ कोई औपचारिक संबंध नहीं स्थापित करेगा. विदेश मंत्री ने कहा कि ब्रिटेन कभी तालिबान के साथ सामान्य रिश्ता नहीं बनाएगा क्योंकि इस्लामिक संगठन मानवाधिकार मानकों पर खरा नहीं उतरता है.
मगर अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे को लेकर डॉमिनिक राब ने कहा कि तालिबान के नेताओं को “व्यावहारिक” होना होगा. ब्रिटेन सीधे तालिबान से नहीं जुड़ेगा और अगर इसकी नौबत आई तो थर्ड पार्टी के जरिये तालिबान से रिश्ते होंगे.
डॉमिनिक रॉब ने स्काई न्यूज के साथ बातचीत में कहा कि अफगानिस्तान का इस्तेमाल पश्चिम के खिलाफ आतंकी हमले करने में नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘अफगानिस्तान का इस्तेमाल कभी भी पश्चिम के खिलाफ आतंकवादी हमले शुरू करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए. तालिबान के शासन को “उदार” बनाने के लिए उसके खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध का उपाय अपनाया जाना चाहिए.’
ब्रिटिश विदेश मंत्री ने कहा कि तालिबान पर भरोसा नहीं किया जाना चाहिए, लेकिन दुनिया के नेताओं को “आशावादी” होना चाहिए और यह देखना चाहिए कि सत्ता में आने के बाद क्या तालिबान पश्चिमी देशों से बातचीत में खुद में बदलाव लाने को तैयार है या नहीं.
अफगानिस्तान में युद्ध के दौरान पैर गंवाने वाले ब्रिटिश नागरिक जैक कमिंग्स को अब अपनी कुर्बानी बेकार नजर आती है. उनके सवाल पर डॉमिनिक राब ने कहा, ‘जिसने भी अपने देश की सेवा की है, इस तरह की चीजें देखी हैं, और इस तरह के नुकसान का सामना किया है, उसके लिए मेरा दिल दुखता है.’ लेकिन राब ने कहा है कि 20 वर्षों में अफगानिस्तान के किसी भी आतंकवादी समूह ने पश्चिम पर हमला नहीं किया है. इस दौरान 80 लाख बारूदी सुरंगों को हटा दिया गया, महिलाओं और बच्चों को शिक्षित किया गया है, और गर्भावस्था या प्रसव के दौरान मरने वाली महिलाओं की संख्या आधी हो गई है.