नैंसी पेलोसी ने ताइवान में लैंड करने के बाद अपना बयान जारी किया गया है। पेलोसी ने कहा, ‘हमारे कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल की यात्रा ताइवान के जीवंत लोकतंत्र का समर्थन करने की अमेरिकी प्रतिबद्धता को दिखाती है। हमारी यात्रा सिंगापुर, मलेशिया, दक्षिण कोरिया और जापान सहित भारत-प्रशांत की व्यापक यात्रा का हिस्सा है, जो पारस्परिक सुरक्षा, आर्थिक साझेदारी और लोकतांत्रिक शासन पर केंद्रित है।
उन्होंने कहा कि ताइवान के नेताओं के साथ हमारी बातचीत हमारे साझेदार (ताइवान) के लिए हमारे समर्थन की पुष्टि करने और एक स्वतंत्र व खुले हिंद प्रशांत क्षेत्र को आगे बढ़ाने सहित हमारे साझा हितों को बढ़ावा देने पर केंद्रित होगी। ताइवान के 2.3 करोड़ लोगों के साथ अमेरिका की एकजुटता आज पहले से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है, क्योंकि दुनिया निरंकुशता और लोकतंत्र के बीच विकल्प का सामना कर रही है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हमारी यात्रा ताइवान के कई कांग्रेस प्रतिनिधिमंडलों में से एक है और यह किसी भी तरह से अमेरिका की नीति का खंडन नहीं करती है। अमेरिका यथास्थिति को बदलने के एकतरफा प्रयास का विरोध करना जारी रखेगा।’
उल्लेखनीय है कि किसी उच्च अमेरिकी अधिकारी की ये पिछले 25 वर्षों में पहली ताइवान यात्रा है। इसके अलावा यह नैंसी पेलोसी का पहला ताइवान दौरा है। अमेरिकी कांग्रेस की स्पीकर नैंसी पेलोसी मंगलवार को भारतीय समयानुसार 8.15 बजे ताइवान की राजधानी ताइपे में लैंड हुईं। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय की ओर से उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच वायुसेना के विमान C-40C SPAR19 के जरिए ताइवान पहुंचाया गया। ताइवान में उनके पहुंचने से पहले चीन ने कई धमकियां दी थीं कि वह पेलोसी के विमान को लैंड नहीं होने देंगे।