तमिलनाडु (Tamilnadu) में विपक्षी अन्नाद्रमुक (AIADMK) में दो राज्यसभा सीटों (2 Rajyasabha Seats) के लिए राजनीतिक पैंतरेबाजी (Hectic Political Lobbying) शुरू हो गई है (Starts) । पार्टी को जून के अंत तक खाली होने वाली छह सीटों में से दो पर कब्जा करने की उम्मीद है।
वर्तमान में, उच्च सदन में विपक्षी अन्नाद्रमुक और सत्तारूढ़ द्रमुक के तीन-तीन सदस्य हैं। विधानसभा में मौजूदा स्थिति को देखते हुए द्रमुक चार सदस्यों को मनोनीत करेगा। जबकि अन्नाद्रमुक दो सदस्यों को मनोनीत कर सकता है। एस.आर. बालासुब्रमण्यन, ए. नवनीतकृष्णन और ए. विजयकुमार अन्नाद्रमुक के तीन सेवानिवृत्त राज्यसभा सदस्य हैं।
अन्नाद्रमुक के सूत्रों ने बताया कि पार्टी के दो शक्तिशाली नेता, ओ. पनीरसेल्वम और एडप्पादी के. पलानीस्वामी दोनों सीटों को आपस में बांटेंगे, जबकि पूर्व मंत्री, डी. जयकुमार, सीवी षणमुगम, एस. सेम्मलाई, बी. वलरमथी विचाराधीन हैं, वहीं पूर्व राज्यसभा सदस्य गोकुला इंदिरा, एस.पी.एम. पार्टी के थेनी जिला सचिव सैयद खान और पार्टी के थेनी जिला सचिव डॉ वेणुगोपाल भी चक्कर लगा रहे हैं।
अन्नाद्रमुक के सूत्रों ने बताया कि पन्नीरसेल्वम सैयद खान के नामांकन पर विचार-विमर्श कर रहे हैं। हालांकि, राज्यसभा सदस्य पद के लिए डॉ. वेणुगोपाल और जे.सी.डी प्रभाकर का नाम भी आगे है। अन्नाद्रमुक 2019 के आम चुनावों के बाद से सत्ताधारी द्रमुक से बैक-टू-बैक चुनाव हार रही है। जिसमें 2021 का विधानसभा चुनाव भी शामिल है।
राजनीतिक गणना में आने के लिए शहरी स्थानीय निकाय और ग्रामीण स्थानीय निकाय चुनाव, कई वरिष्ठ नेता नामांकन प्राप्त करने के लिए पैरवी कर रहे हैं। जिससे अन्नाद्रमुक की राजनीति अधिक सक्रिय हो रही है। यह भी देखना होगा कि क्या पनीरसेल्वम खेमे के फैसले में शशिकला फैक्टर काम कर पाएगा क्योंकि सैयद खान भी पार्टी में शशिकला के फिर से शामिल होने के मुखर समर्थक रहे हैं।