मथुरा की सांसद हेमा मालिनी जीवन में सादगी और सीधी बात के लिए जानी जाती है। कभी-कभी यही सीधी बात और सादगी विपक्षियों के लिए मुद्दा बन जाता है। शहर में बंदरों की संख्या बढ़ रही है। बंदरों की समस्या पर सांसद हेमा मालिनी ने फिर ऐसा बयान दे दिया जो अब लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। हेमा मालिनी ने चुनावों के समय मंकी सफारी बनाकर निजात दिलाने का भरोसा दिया था लेकिन मंकी सफारी नहीं बना। उन्होंने लोगों को काम न करने का ठीकरा फोड़ दिया। अगर लोग काम नहीं कर रहे है तो उन्हें काम न करने की सैलरी क्यों दी जा रही है? मथुरा की सांसद और प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी से शहर के पार्षद व कुछ लोगों ने उनके निवास पर मुलाकात की ओर समस्याएं सुनी। हेमा मालिनी ने निराकरण का आश्वासन दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सब लोगों को काम चाहिए। लोगों को काम मिलता है लेकिन लोग काम नहीं करते हैं। जब सरकार सैलरी दे रही है तो लोगों को दिल लगाकर मन लगाकर काम करना चाहिए, लेकिन वे ऐसा नहीं करते है।
हेमा मालिनी ने बंदरों की समस्याओं पर क्या बोला
हेमा ने बताया कि समस्याएं तो बहुत हैं, समस्याएं लगातार चलती रहेंगी क्योंकि जिंदगी तो वही है। अगर समस्याएं नहीं होंगी तो सब लोग आराम से बैठे रहेंगे। उन्होंने कहा कि लोगों को काम करना चाहिए। काम से मिला है तो नहीं करने का बहाना नहीं बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मथुरा में यही प्रॉब्लम है। द्वारकाधीश होली गेट की तरफ से एक पार्षद आए थे उनका कहना है कि यहां पर कचरा होता है, जिसकी वजह से बंदरों की समस्या है। बंदरों की समस्या की वजह से बहुत परेशानियां होती हैं और जब तक कचरा सारा हटाएंगे नहीं बंदरों की समस्या बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि कचरा निकालने वाले जितने भी लोग हैं वह मेरे ख्याल में सारे के सारे वह अगर दिल लगाकर काम करें तो यह परेशानी नहीं होगी। इस पर हेमा मालिनी ने कहा कि 20-20 लोग हैं जिनको वेतन मिलता है लेकिन सुना है कि वह काम नहीं करते. कुछ लोग करते हैं कुछ लोग नहीं करते. अगर सरकार दे रही है वेतन तो काम करें।
हेमा मालिनी ने सख्ती से कहा कि सरकार सैलरी दे रही है तो सफाई कर्मचारियों को काम करना चाहिए। मथुरा में हमेशा गंदगी रहती है वह इस कारण क्योंकि ऐसे लोग हैं। लोगों को देखभाल करनी चाहिए। कचरे की वजह से बंदर आते हैं और फिर लोग कहते हैं कि बंदरों को हटाओ। बंदरों को हम फिर कैसे हटाएंगे। उन्होंनें कहा कि पहले हम ग्राउंड लेवल पर अपनी तरफ से साफ-सफाई रखेंगे तभी ठीक हो सकता है। उसके बाद बंदरों के बारे में सोचा जाएगा कि उनके लिए फॉरेस्ट बनाया जाये। लोग पेड़ को ना काटे घना जंगल होगा तो उधर अंदर रह सकते हैं। इसलिए लोगों को पेड़ नहीं काटने चाहिए।