ऑनलाइन फूड डिलीवरी फर्म जोमैटो (Zomato) ने Grocery डिलीवरी सर्विस से हाथ खींच लिए हैं. अब जोमैटो के ऐप पर आपको ग्रॉसरी सर्विस (Grocery Delivery Service) नहीं मिलेगी. फूड टेक प्लेटफॉर्म ने ऑर्डर पूर्ति में गैप, खराब कस्टमर एक्सपीरियंस और प्रतिद्वंद्वियों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण हाल ही में शुरू की गई अपनी ग्रॉसरी डिलीवरी सर्विस को बंद करने का फैसला किया है. कंपनी 15 मिनट में एक्सप्रेस डिलीवरी का वादा कर रही थी.
कंपनी ने कहा कि ग्रोफर्स (Grofers) में उसके निवेश से उसके इन-हाउस ग्रॉसरी प्रयास की तुलना में बेहतर परिणाम मिलेंगे. मनीकंट्रोल के पास मेल की एक कॉपी मौजूद है जो ज़ोमैटो ने अपने ग्रॉसरी पार्टनर्स को भेजी है. Zomato के प्रवक्ता ने मनीकंट्रोल से ग्रॉसरी डिलीवरी सर्विस बंद करने की पुष्टि की है. Zomato के प्रवक्ता ने कहा कि हमने अपने किराना पायलट को बंद करने का फैसला किया है और फिलहाल हमारे प्लेटफॉर्म पर किसी अन्य प्रकार की किराना डिलीवरी चलाने की कोई योजना नहीं है.
कंपनी ने हाल ही में ऑनलाइन ग्रॉसरी प्लेटफॉर्म ग्रोफर्स में 10 करोड़ डॉलर (745 करोड़ रुपए) के निवेश के साथ कुछ हिस्सेदारी खरीदी थी. कंपनी के सीएफओ अक्षत गोयल ने कहा था कि जोमैटो ने इस नए क्षेत्र का और अनुभव जुटाने तथा व्यापार को लेकर रणनीति एवं योजना बनाने के उद्देश्य से ग्रोफर्स में हिस्सेदारी खरीदी है. उन्होंने कहा कि हम जल्द ही जोमैटो ऐप पर ऑनलाइन किराने का सामान बेचने की सेवा शुरू करेंगे और इसके साथ इस क्षेत्र में कदम रखेंगे तथा देखेंगे कि हम कितनी तेजी से आगे बढ़ते हैं. 11 सितंबर, 2021 को जोमैटो द्वारा अपने ग्रॉसरी पार्टनर्स को भेजे गए मेल में कहा गया है कि वह 17 सितंबर से अपनी पायलट ग्रॉसरी डिलीवरी सर्विस को बंद करने का फैसला किया है. कंपनी ने कुछ चुनिंदा बाजारों में अपनी ग्रॉसरी सर्विस पायलट की शुरुआत की थी. इसके तहत अपने ग्राहकों को 45 मिनट के भीतर किराने की डिलीवरी की पेशकश की थी.