लखनऊ जेल में करीब 50 महिला कैदी ‘करवा चौथ’ के मौके पर गुरुवार को व्रत रख रही हैं। उत्तर प्रदेश के जेल मंत्री धर्मवीर प्रजापति द्वारा इस संबंध में एक निर्देश जारी किए जाने के बाद विवाहित महिला कैदियों को उपवास रखने और त्यौहार से जुड़े सभी अनुष्ठानों को करने की अनुमति दी जा रही है।
जेल प्रशासन के मुताबिक विवाहित महिला कैदियों में से 10 कैदी जेल में अपना पहला करवा चौथ मना रही हैं। जेल अधिकारियों ने महिला कैदियों के परिवार के सदस्यों को पूजा सामग्री और खाद्य सामग्री भेजने की भी अनुमति दी है।
जिला जेल के वरिष्ठ अधीक्षक आशीष तिवारी ने कहा, “इन महिलाओं को निगरानी में सभी रस्में निभाने की अनुमति दी जाएगी। पूजा के बाद ही इनकी बैरक को बंद किया जाएगा। करीब आधा दर्जन महिला बंदियों के पति जेल में बंद हैं। उन्हें शुभ दिन पर अपनी पत्नियों से मिलने की अनुमति दी जाएगी।”
उन्होंने कहा कि, संबंधित अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि त्यौहार मनाने की इच्छा रखने वाली महिला कैदियों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था की जाए। विवाहित महिलाओं को भी चांद दिखने के बाद होने वाली पूजा के लिए बैरक के बाहर एक घेरे में बैठने की अनुमति होगी।
इस बीच गोरखपुर में गुरुवार को जिला जेल की करीब 12 महिला कैदी करवा चौथ का व्रत रख रही हैं। दिलचस्प बात यह है कि अपने पतियों की हत्या में शामिल दो महिला कैदी भी उपवास रख रही हैं। सूत्रों ने बताया कि, प्रेमी की मदद से अपने भाई की हत्या करने के आरोप में जेल में बंद एक मुस्लिम महिला भी उपवास रख रही है।