उत्तर प्रदेश के बदायूं में हजरत अब्दुल हमीद मोहम्मद सालिमुल कादरी का रविवार को इंतकाल हो गया. जैसे ही लोगों को उनकी मौत की खबर लगी. वैसे ही इलाके में मातम पसर गया और लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए दूर दूर से बदायूं आने लगे. दोपहर तक उनके जनाने में लाखों लोग इकट्ठा हो गए. काजी मोहम्मद सालिमुल कादरी के इंतकाल के बाद उनके पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन और जनाजे के लिए कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए भारी भीड़ उमड़ पड़ी. लोगों ने लॉकडाउन की खुले में धज्जियां उड़ाईं और सोशल डिस्टेंसिंग की पूरी तरह से अनदेखी की. सबसे बड़ी बात यह रही कि पुलिस और प्रशासन को इसकी जानकारी तक नहीं लगी.
कोरोना को लेकर प्रशासन की ये बड़ी चूक है, इससे संक्रमण के फैलने का खतरा बढ़ गया है. कोई भी अधिकारी इस पर कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है. बता दें, यूपी में कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए सरकार ने अंतिम संस्कार में 20 लोगों के ही शामिल होने की इजाजत दी है. काजी की मौत के बाद हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे. लोगों के बीच दूरी नहीं दिखाई दी. वायरल हुए इस वीडियो साफ देखा जा सकता है कि ज्यादातर लोगों ने मास्क तक नहीं लगा रखा था. कोविड प्रोटोकॉल की पूरी तरह से धज्जियाँ उड़ी हुई थीं. ऐसे में इस लापरवाही की वजह से प्रदेश में कोरोना के विस्फोट होने का खतरा बढ़ गया है.
वहीं इस मामले पर एसएसपी बदायूं संकल्प शर्मा ने फोन पर बताया कि कोतवाली में अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 188, 269, 270 और महामारी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. वीडियो में से सबूत इकट्ठे किए जा रहे हैं. दोषी लोगों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा.