Breaking News

चेतेश्वर पुजारा को 100वें टेस्ट से मतलब नहीं, कंगारुओं को जख्म देकर ही बनेगी बात

चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) 17 फरवरी से दिल्ली में शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट में इतिहास रचने जा रहे हैं. यह उनका करियर का 100वां टेस्ट होगा. इससे पहले सिर्फ 12 भारतीय यहां तक पहुंच सके हैं. लेकिन पुजारा ने कहा कि उनका सपना तो कुछ और ही है. टीम इंडिया (Team India) 4 मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 से आगे चल रही है.

चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) इतिहास रचने के लिए करीब हैं. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच (IND vs AUS) दूसरा टेस्ट 17 फरवरी से दिल्ली में होना है. यह बतौर खिलाड़ी पुजारा का 100वां टेस्ट है. वे यह मुकाम हासिल करने वाले 13वें भारतीय बनेंगे. इसके बाद भी पुजारा संतुष्ट नहीं हैं.

मीडिया से बात करते हुए चेतेश्वर पुजारा ने कहा कि उनकी 2010 में डेब्यू पारी यादगार पारियों में एक है. तब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत को 207 रन चेज करने थे. उन्होंने अहम 72 रन बनाए थे. 89 गेंद का सामना किया और 7 चौका भी जड़ा था. टीम इंडिया ने यह मैच जीतकर सीरीज पर भी कब्जा किया था.

इसके अलावा पुजारा ने कहा कि 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेंगलुरु में बनाए गए 97 रन. वहीं एडिलेड और गाबा में बनाए गए शतक भी मेरी बेस्ट पारियों में से एक हैं. हालांकि एक समय खराब प्रदर्शन के चलते पुजारा टेस्ट टीम से बाहर भी हो गए थे.

पिछले साल आईपीएल में भी चेतेश्वर पुजारा नहीं उतरे थे. इसे लेकर उन्होंने कहा कि मैं देश के लिए खेलना चाहता था. इस कारण इंग्लैंड में काउंटी खेलने का फैसला किया. भारत को वहां इसके बाद एक टेस्ट मैच खेलना था. काउंटी में बेहतरीन प्रदर्शन करके ही पुजारा ने दोबारा टीम में वापसी की थी.

35 साल के चेतेश्वर पुजारा 100वें टेस्ट से अधिक देश के लिए ट्रॉफी जीतने को अधिक महत्व देते हैं. उन्होंने कहा कि मेरा सपना है कि मैं देश के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल जीत सकूं. लेकिन इसके लिए ऑस्ट्रेलिया को ही मात देनी होगी. फाइनल जून में होना है.

टीम इंडिया अभी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के प्वाइंट टेबल में दूसरे नंबर पर है. वहीं कंगारू टीम पहले नंबर पर है. भारतीय टीम 4 मैचों की सीरीत के 3 मैच जीत लेती है, तो फाइनल के लिए डायरेक्ट क्वालिफाई कर लेगी. ऑस्ट्रेलिया का भी फाइनल में पहुंचना लगभग तय है.

चेतेश्वर पुजारा के टेस्ट करियर को देखें, ताे उन्होंने 99 मैच की 169 पारियों में 44 की औसत से 7021 रन बनाए हैं. नाबाद 206 रन की बड़ी पारी भी इसमें शामिल है. 19 शतक और 34 अर्धशतक ठोका है. वे फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 56 शतक जड़ चुके हैं.