गुजरात में द्वारका जिले के जाम खंभालिया शहर में भीषण बारिश के कारण मंगलवार को एक घर की तीन मंजिला इमारत ढह गई। इस हादसे में एक बुजुर्ग महिला और उसकी दो पोतियों की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि घटना मंगलवार शाम को शहर के गगवानी फली इलाके में हुई और आधी रात तक चले लगभग छह घंटे के बचाव अभियान के बाद तीन पीड़ितों के शव बाहर निकाले गए और पांच लोगों को बचाया गया।
पुलिस ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीमों ने क्षेत्र में जारी भारी बारिश के कारण इमारत ढहने के बाद मलबे को हटाकर शवों को बाहर निकाला। मृतकों की पहचान केशरबेन कंजारिया (65), प्रीतिबेन कंजारिया (15) और पायलबेन कंजारिया (18) के रूप में की गई है।
पुलिस ने बताया कि मलबे में फंसे पांच अन्य लोगों को स्थानीय लोगों ने बचा लिया। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेज दिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के जिलों में भारी बारिश जारी है। इस वजह से निचले इलाकों में पानी भर गया है, क्योंकि बांध ओवरफ्लो हो गए हैं और मानसूनी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं हैं।
बुधवार सुबह 6 बजे तक 24 घंटों में सूरत जिले के उमरपाड़ा तालुका में 276 मिमी बारिश हुई। उन्होंने बताया कि नवसारी, जूनागढ़, देवभूमि द्वारका, कच्छ, डांग और तापी जिलों में भी भारी बारिश हुई, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ आ गई। प्रभावित जिलों में प्रशासन ने लोगों के लिए सलाह जारी की है। लोगों को जारी सलाह में कहा गया है कि जब तक बहुत जरूरी न हो, तब तक घर से बाहर न निकलें। उफनते नालों या पानी से भरी सड़क को पार करने की कोशिश न करें। नवसारी कलेक्टर ने भारी बारिश के मद्देनजर जिले के शैक्षणिक संस्थानों को बुधवार को बंद रखने का आदेश दिया है।