शिक्षामित्रों (Shiksha Mitra), अनुदेशकों और रसोइयों के लिए खुशखबरी है. उत्तर प्रदेश में जल्द शिक्षामित्रों, अनुदेशकों और रसोइयों का मानदेय (Honorarium) बढ़ाया जा सकता है. जानकारी के अनुसार शिक्षामित्रों और अनुदेशकों का मानदेय एक हजार रुपए, वहीं रसोइयों का मानदेय 500 रुपए बढ़ाया जा सकता है. सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) से सहमति मिलने पर इसकी घोषणा कर दी जाएगी. इसका लाभ प्रदेश के 1.59 लाख शिक्षामित्रों और 30 हजार अनुदेशकों को मिलेगा.
अभी शिक्षामित्रों का मानदेय 10 हजार रुपए है. शिक्षकों का समायोजन रद्द होने के बाद उनका मानदेय 3500 से बढ़ाकर 10 हजार किया गया था. तभी से शिक्षामित्र समान कार्य, समान वेतन की मांग कर रहे थे. अनुदेशकों को भी लगभग 7 हजार रुपए मानदेय दिया जाता है. वहीं रसोई को 1500 रुपए मानदेय दिया जाता है. इसमें एक हजार रुपए केंद्र और 500 राज्य सरकार देती है.
आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय भी बढ़ेगा
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को राष्ट्रीय पोषण माह-2021 की शुरुआत की और इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि सरकार आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाने की दिशा में बेहतरीन तरीके से आगे बढ़ रही है.
लोक भवन (मुख्यमंत्री कार्यालय) के सभागार में राष्ट्रीय पोषण माह की शुरुआत के बाद आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि कोरोना काल में जब अच्छे-अच्छे लोग क्वारंटाइन में घर में बंद हो गए थे तो आशा कार्यकर्ता और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता लोगों के गांव-गांव, घर-घर जाकर दवाएं उपलब्ध करा रही थीं. अगर निगरानी समितियों के माध्यम से ये लोग यह कार्य नहीं करते तो उत्तर प्रदेश में कोरोना की स्थिति को संभालना कठिन हो जाता.
जल्द भुगतान किया जाएगा बकाया
सीएम योगी ने कहा कि इनके अच्छे कार्य को ध्यान में रखकर ही सरकार ने निश्चित किया कि आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं के मानदेय को बढ़ाने का काम करेंगे और सरकार उस दिशा में बेहतरीन तरीके से आगे बढ़ रही है. विभाग इसकी कार्य योजना तैयार कर रहा है. साथ ही विभाग को मैंने यह भी कहा है कि इनका जो पिछला बकाया है उसका तत्काल भुगतान करने की व्यवस्था कर दें.