दुनियाभर में कोरोनावायरस (Coronavirus) ने पिछले दो सालों से हाहाकार मचाया हुआ है. इस वजह से कई देशों में लॉकडाउन लागू करना पड़ा है, तो कहीं पर कोविड प्रतिबंधों को लगाया गया हैं. हालांकि, इसके बाद भी कुछ देश ऐसे रहे हैं, जहां अभी तक लॉकडाउन लगाने की जरूरत नहीं पड़ी. लेकिन अब कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच इन मुल्कों में भी लॉकडाउन लागू किया गया है. दरअसल, प्रशांत महासागर में स्थित द्वीपीय देश किरिबाती (Kiribati) में लॉकडाउन लागू करना पड़ा है. 10 महीनों में पहली बार कोई इंटरनेशनल फ्लाइट यहां पहुंची, लेकिन इसमें सवार यात्रियों के संक्रित होने के बाद देश में लॉकडाउन लगाया गया.
नए नियमों के तहत लोगों को घर पर रहने के लिए कहा गया है और सामाजिक समारोहों पर प्रतिबंध (Kiribati Lockdown) लगा दिया गया है. फिजी (Fiji) से आई फ्लाइट में करीब 36 लोग कोविड संक्रमित पाए गए. वहीं, चार लोग कम्युनिटी ट्रांसमिशन की वजह से संक्रमित हुए. पिछले हफ्ते तक किरिबाती में सिर्फ दो कोविड केस सामने आए थे. किरिबाती दुनिया के सबसे अलग-थलग स्थित द्वीपों में से एक है. ये अपने निकटतम महाद्वीप, उत्तरी अमेरिका से लगभग 5,000 किमी (3,100 मील) दूर है. यहां पर आने वाले अधिकतर लोग पर्यटक ही होते हैं, जो देश के खूबसूरत तटों का आनंद लेने यहां पहुंचते हैं.
36 यात्री कोरोना संक्रमित हुए
सरकार ने बताया कि फ्लाइट में सवार 54 यात्रियों में से 36 कोविड संक्रमित पाए गए हैं. इसने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा सभी यात्रियों की निगरानी की जा रही है. सरकार ने बताया कि विमान में सवार सभी यात्री फुली वैक्सीनेटेड थे. हालांकि क्वारंटीन की सुरक्षा टीम के तीन सदस्य संक्रमित पाए गए हैं. एक अन्य व्यक्ति जो क्वारंटीन सेंटर में काम नहीं करता है, वह भी कोरोना संक्रमित हुआ है. किरिबाती में शनिवार को लॉकडाउन (Lockdown in Kiribati) लागू किया गया, लेकिन अभी तक ये स्पष्ट नहीं है कि ये कितने दिनों तक चलने वाला है.
जरूरी होने पर ही घरों से बाहर निकलने की अनुमति
आदेश में कहा गया है कि लोगों को जब तक बहुत जरूरी न हो घरों से बाहर नहीं निकलना है. लोग जरूरी चीजों को सुबह छह बजे से दोपहर दो बजे के बीच दुकानों से खरीद सकते हैं. राष्ट्रपति तनती मामाउ (Taneti Maamau) के कार्यालय ने फेसबुक पर कहा, इस वायरस से लड़ने का एकमात्र तरीका वैक्सीनेशन है. जनता से आग्रह है कि वे अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए वैक्सीनेशन की दोनों डोज लगवाएं. वहीं, अभी तक ये स्पष्ट नहीं है कि 1.2 लाख की आबादी वाले इस मुल्क में कितने लोगों को फुली वैक्सीनेशन हुआ है.