कोरोना वायरस ने कुछ राज्यों की चिंता बढ़ा दी है. कोविड-19 से सर्वाधिक प्रभावित 10 जिलों में से आठ महाराष्ट्र से हैं. महामारी के इस खतरनाक दौर में नागपुर के एक सरकारी अस्पताल का वीडियो वायरल हो रहा है, जहां पर एक बेड पर दो मरीजों को रखा गया है. कोरोना जैसे ज्यादा संक्रामक बीमारी के दौरान एक बेड पर दो मरीजों को रखना काफी चिंताजनक है. यह रिपोर्ट उस शहर से आई है, जहां कोरोना संक्रमण के मामले हाल के दिनों में काफी ज्यादा बढ़े हैं. पूर्व ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले नागपुर जिले के पालकमंत्री नितिन राउत पर कोरोना नियंत्रण में फेल होने का आरोप लगाया और अस्पताल में एक बेड पर रखे गए दो मरीजों का वीडियो शेयर किया.
यह तस्वीरें नागपुर सरकारी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल यानी जीएमसीएच की हैं. ऐसा बताया जा रहा है कि निजी अस्पतालों में महंगे इलाज के कारण लोगों की भीड़ सरकारी अस्पतालों में आ रही है. साथ ही डॉक्टर अधिक गंभीर मरीजों को जीएमसीएच में रेफर कर रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि नागपुर से महाराष्ट्र में तीन मंत्री प्रतिनिधित्व करते हैं. लेकिन किसी का भी इस तरफ ध्यान नहीं गया. एक बैड पर दो मरीजों का होना भयावह बीमारी को आमंत्रित करना है. लेकिन अस्पताल के शीर्ष चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि एक बेड पर दो मरीजों को रखने के हालात को ठीक कर दिया गया है. यह वायरल वीडियो कोविड का नहीं बल्कि नॉन कोविड वॉर्ड का है. जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. राज्य के एक पूर्व मंत्री बावनकुले ने कहा, ‘नागपुर में बेड नहीं हैं और मौत के इस नाच में सरकार कुंभकर्ण की तरह सो रही है.’ उन्होंने कहा कि जब नागपुर से महाराष्ट्र सरकार में तीन मंत्री थे, उनमें से कोई भी शहर में नहीं था. उन्होंने कहा, ‘कोई योजना नहीं है और ये मंत्री परेशान नहीं हैं, वे कहीं और व्यस्त हैं.’