दिल्ली (Delhi) में कोरोना के मामले (cases of corona) फिर तेज गति से बढ़ने लगे हैं. पिछले 24 घंटे में भी कोरोना के 1094 मामले (1094 cases of corona) दर्ज किए गए हैं. ऐसे में मामलों में कई दिनों से लगातार अपवर्ड ट्रेंड (upward trend) देखने को मिल रहा है। अब इन बढ़ते मामलों की वजह से लोगों के मन में सवाल है कि क्या दिल्ली में कोरोना की एक और लहर शुरू हो गई है?
IIT मद्रास द्वारा एक स्टडी की गई है जिसमें पता चला है कि वर्तमान में दिल्ली का आर वैल्यू (R value of Delhi) 2.1 है. सरल शब्दों में एक कोरोना संक्रमित मरीज अभी दो अन्य लोगों तक इस वायरस को पहुंचा जा रहा है. देश का आर वैल्यू 1.3 चल रहा है. ऐसे में राजधानी की स्थिति ज्यादा चिंताजनक बनी हुई है।
अब बढ़ी हुई आर वैल्यू का मतलब क्या कोरोना की नई लहर है? ये सवाल जब IIT मद्रास के गणित विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉक्टर जयंत झा से पूछा गया तो उन्होंने साफ कहा कि अभी इसे लहर कहना जल्दबाजी हो सकता है। वे कहते हैं कि अभी सिर्फ इतना कहा जा सकता है कि एक संक्रमति व्यक्ति दो अन्य को भी संक्रमित कर रहा है. अभी हमें दिल्ली के लोगों के इम्यूनिटी स्टैटस के बारे में भी नहीं पता है. जो संक्रमित हो रहे हैं, वे क्या पहले भी हुए हैं या नहीं, अभी स्पष्ट नहीं है।
वैसे कोरोना के बढ़ते मामलों पर LNJP अस्पताल के एमडी डॉक्टर सुरेश कुमार बताते हैं कि दिल्ली में कोरोना मामले जरूर बढ़ रहे हैं, लेकिन अस्पतालों में मरीजों के भर्ती होने का सिलसिला नहीं बढ़ा है. 99% कोविड बेड अभी खाली चल रहे हैं. हमारे LNJP में भी सिर्फ सात मरीज एडमिट किए गए हैं. एक चार महीने का बच्चा ऑक्सीजन सपोर्ट पर है।
वहीं जब बढ़ते मामलों पर डॉक्टर एसके सरीन से बात की गई तो उन्होंने ओमिक्रॉन को ही इस तेजी के लिए जिम्मेदार माना. उन्होंने जानकारी दी कि ओमिक्रॉन के नए वैरिएंट सामने आ सकते हैं. ILBS में जब जीनोम सीक्वेंसिंग की गई तो ओमिक्रॉन के ही आठ सबवैरिएंट मिले हैं. अब दिल्ली में किस वैरिएंट की वजह से मामले बढ़ रहे हैं, ये अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है।