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कोरोना काल में जिंदगी बचाना था जरूरी, फिर भी विकास में खर्च किये 377 करोड़ : स्वाती सिंह

योगी सरकार सिर्फ साढ़े चार सालों में ही विकास का नया कीर्तिमान स्थापित किया है। एक तरफ जहां लोगों की जिंदगी बचाने का सवाल था तो वहीं दूसरी तरफ विकास कार्य निरन्तर चलता रहे, यह भी एक बड़ी चुनौती थी। आज हम कह सकते हैं देश और दुनिया भर में ‘उप्र के विकास मॉडल‘ को लेकर चर्चा हो रही है। कोरोना काल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किये गये कार्यों की पूरी दुनिया सराहना कर रही है। एक-एक व्यक्ति की चिंता करना और साथ ही विकास का सिलसिला भी चलता रहा। इसी के तहत हमारे विधानसभा में भी योजनाओं का लाभ व विकास कार्य में 377.41 करोड़ रुपये खर्च हुए। इसके अतिरिक्त 220 करोड़ रुपये की लागत से पुलिस व फोरेन्सिक लैब का निर्माण हमारे विधानसभा के पिपरसंड में हो रहा है। ये बातें महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाती सिंह ने कहा। वे लखनऊ के सरोजनीनगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। स्वाती सिंह ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र के लोग हमारे लिए एक परिवार हैं। उनका दर्द हमारा दर्द है। हमारा दरवाजा हर वक्त पूरे प्रदेश के लोगों के साथ ही उनके लिए भी खुला रहता है। यही कारण है कि हर दिन हमारे यहां औसत सौ से अधिक लोग आते हैं, जिनकी समस्याओं का निदान किया जाता है।

 

हमारा विधानसभा ही हमारे लिये परिवार

उपेन्द्र नाथ ने जब पूछा कि किन मुद्दों तथा विकास कार्यो को लेकर विधानसभा क्षेत्र में जनता के बीच जायेंगी तो उन्होंने कहा कि अपने परिवार में जाने के लिए कोई आधार नहीं होता। पूरा विधानसभा क्षेत्र ही हमारा परिवार है। हमारा प्रदेश हमारे लिए हमारा गांव हैं। देश हमारे लिए सबकुछ है। हम राष्ट्र के लिए जीते हैं और राष्ट्र के लिए मरते हैं। सिर्फ चुनाव के लिए जनता के बीच नहीं जाते। मैं दिन-रात उनके ही बीच रहती हूं। उनके बारे में सोचती हूं।

हमने जिंदगी बचाने पर बल दिया, फिर भी नहीं रूका विकास

उन्होंने कहा कि कोरोना काल में एक तरफ लोगों की जिन्दगी बचाने का सवाल था। वहीं दूसरी तरफ हमारे सिर पर विकास कार्य का बोझ। हमने जिन्दगी बचाने पर बल दिया। इसके साथ ही कभी विकास ना रूके, इस पर भी निगाह बनाये रहे, यही कारण है कि सड़क निर्माण हो या नाली निर्माण का कार्य या लोगों को बीमारी पर खर्च कहीं कमी नहीं होने दी। इसी कारण हमारे विधानसभा में कुल 377.41 करोड़ रुपये विभिन्न मदों में खर्च हुए। इसके अतिरिक्त 220 करोड़ रुपये में फोरेसिंक लैब बन रहा है।

पार्क, सड़क व नालियों पर खर्च हुए दो सौ करोड़

बताया कि लगभग दो सौ करोड़ रुपये पार्क, सड़क व नालियों पर व्यय हुए हैं। चेकडेम व नहरों की सफाई पर लगभग साढ़े चार करोड़ रुपये व्यय किये गये। मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से 296 गंभीर रोगियों के लिए पांच करोड़ पांच लाख रुपये प्रदान किये गये। इसके अतिरिक्त विद्यालयों के उच्चीकरण पर भी धन व्यय करने के साथ ही ट्रांसफार्मर उच्चीकरण जैसे छोटे-छोटे कामों पर भी हर वक्त ध्यान देती रही।

कोरोना काल में रही जनता के साथ

कोरोना काल में मैंने पीड़ितों के घर जाकर खुद कोरोना कीट पहुंचाई। अपने विधानसभा क्षेत्र की भाई-बहनों की जान बचाने के लिए हमने कभी अपने जान की परवाह नहीं की। मैं उस समय पीड़ितों के घर पहुंची, जब अपने भी अपनों से दूर भागने लगे थे। कोरोना कीट, भोजन या अन्य सामग्री, जिसको जो जरूरत थी, सबकुछ ध्यान देकर वहां तक पहुंचवाने की कोशिश की।