अनुभवी प्रशासक रनिंदर सिंह को शनिवार को फिर से चौथी बार भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) का अध्यक्ष चुना गया. उन्होंने चुनावों में बसपा सांसद श्याम सिंह यादव को 56-3 के अंतर से हराया. चुनाव मोहाली के आईएस बिंद्रा स्टेडियम में कराये गये.
चुनावों में एनआरएआई के 59 सदस्यों ने प्रतिनिधित्व किया, जिसमें से 56 ने रनिंदर के पक्ष में जबकि तीन ने उनके प्रतिद्वंद्वी यादव के पक्ष में मत दिए, जो उत्तर प्रदेश राइफल संघ के अध्यक्ष हैं.
एनआरएआई ने दिल्ली उच्च न्यायालय में यादव द्वारा दायर याचिका के बाद खेल मंत्रालय के नये सिरे से चुनाव प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश के बावजूद चुनाव कराने का फैसला किया.
यादव उत्तर प्रदेश के जौनपुर लोकसभा क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी के सांसद हैं.
एनआरएआई ने चुनाव निर्धारित समय पर कराने का फैसला इसलिये कायम रखा क्योंकि उच्च न्यायालय से अभी इस पर कोई स्टे ऑर्डर नहीं मिला था. यह मामला दिल्ली उच्च न्यायालय में लंबित है और सुनवाई की अगली तारीख दिसंबर है.
अपनी याचिका में यादव ने चुनावों के लिए मेहताब सिंह गिल को चुनाव अधिकारी नियुक्त किये जाने में हितों के स्पष्ट टकराव का हवाला दिया है. यादव ने रनिंदर के कार्यकाल को लेकर भी आपत्ति उठाई थी लेकिन मंत्रालय ने पाया कि वह फिर से चुनाव लड़ सकते हैं.
खेल संहिता के अनुसार, भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) सहित किसी भी एनएसएफ (राष्ट्रीय खेल महासंघ) का अध्यक्ष अधिकतम 12 साल तक अपने पद पर रह सकता है. इस आधार पर रनिंदर की उम्मीदवारी वैध है क्योंकि वह 2022 के आखिर में 12 साल पूरा करेंगे.
रनिंदर ने कहा, यह चुनाव अध्यक्ष पद की कुर्सी के बारे में नहीं बल्कि इसकी स्वायत्त होने की आधारभूत क्षमता के बारे में था, साथ ही राष्ट्रीय खेल संहिता का उल्लंघन नहीं करने के बारे में भी जिसका हम स्वेच्छा से पालन और स्वागत करते हैं.
वह अपनी नेतृत्व क्षमता पर सदस्यों द्वारा दिखाये गये भरोसे से काफी सम्मानित महसूस कर रहे थे. उन्होंने कहा, साथ मिलकर हमने भारतीय निशानेबाजी के लिए काफी कुछ हासिल किया है और अब समय आ गया है जब हम इसे एक दूसरे स्तर पर ले जाएं.
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के पुत्र रनिंदर ने 2010 में पहली बार एनआरएआई के अध्यक्ष बने थे.