केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन (Kerala CM Pinarayi Vijayan) ने शुक्रवार को केंद्र से दुर्लभ बीमारी स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (SMA) से पीड़ित एक बच्चे के इलाज के लिए अमेरिका से इम्पोर्ट की जाने वाली जीवन रक्षक दवा पर GST और कस्टम ड्यूटी में छूट का आग्रह किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे एक पत्र में विजयन ने इस दुर्लभ बीमारी से पीड़ित कन्नूर जिले के 18 महीने के मोहम्मद की स्थिति के बारे में जानकारी दी, जिसका इलाज चल रहा है.
SMA के लिए उपलब्ध दवा बच्चे के परिवार के लिए ‘बहुत महंगी’ और ‘पहुंच से बाहर होने’ का उल्लेख करते हुए विजयन ने कहा कि इसकी कीमत 18 करोड़ रुपये है और इसे अमेरिका से इम्पोर्ट किया जाना है. मुख्यमंत्री ने पत्र में यह भी बताया कि केंद्र सरकार ने हाल में मुंबई में SMA से पीड़ित पांच महीने के बच्चे के इसी तरह के मामले में कर माफ किया था ,
विजयन ने पत्र में लिखा
विजयन ने कहा, ”मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि केंद्रीय वित्त मंत्रालय को जीवन रक्षक दवा जोलगेन्स्मा के इम्पोर्ट से जुड़े मामले में कस्टम ड्यूटी और GST न लगाने के लिए कदम उठाने का निर्देश दें.” मोहम्मद के लिए दवा खरीदने को लेकर ऑनलाइन तरीके से चंदा जुटाने के कुछ दिनों बाद मुख्यमंत्री ने केंद्र को यह पत्र लिखा है.
दुनिया की सबसे महंगी दवाओं में से एक
पी के रफीक और मरियम्मा के बेटे को जोलगेन्स्मा की एक डोज की जरूरत है. इसे दुनिया की सबसे महंगी दवा में से एक माना जाता है. इलाज करने वाली समिति ने सोमवार को सूचित किया था कि दान के लिए खोले गए बैंक खातों में 18 करोड़ रुपये से अधिक पहुंच गए हैं और लोगों से और राशि जमा नहीं करने के लिए कहा गया है. संयोग से मोहम्मद की बड़ी बहन 15 वर्षीय अफरा भी इसी बीमारी से ग्रसित थी. दवा विदेश से मंगायी जाएगी और इलाज समिति ने राज्य सरकार को दवा की खरीद की प्रक्रिया शुरू करने के लिए आवेदन दिया था.