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कृषि कानून वापस लेने के बाद पहली बार पंजाब जाएंगे पीएम मोदी, 5 जनवरी को फिरोजपुर में PGI सैटेलाइट सेंटर की रखेंगे आधारशिला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 5 जनवरी को फिरोजपुर में पीजीआई सैटेलाइट केंद्र की आधारशिला रखने के लिए पंजाब (Punjab) का दौरा करेंगे. उनका यह पहला दौरा तीन नए कृषि कानून (Farm Laws) वापस लेने के बाद होगा. दरअसल, कृषि अध्यादेश जारी होने और पिछले साल 5 जून को किसानों ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया था. इसके बाद से पीएम ने राज्य का दौरा नहीं किया है. किसानों ने दिल्ली से सटी सीमाओं से धरना हटा दिया और 11 दिसंबर को अपने घर वापस चले गए हैं.

पीजीआई सैटेलाइन केंद्र 450 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट है, जिसकी घोषणा यूपीए सरकार ने 2013 में की थी. हालांकि 2014 में एनडीए सत्ता में आई और यह प्रोजेक्ट उसके बाद एक नॉन-स्टार्टर बन गया. फिरोजपुर शहर के विधायक परमिंदर सिंह पिंकी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से अपने क्षेत्र के लिए इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दिलाने का दावा किया था.

उन्होंने आरोप लगाया था कि पहले पंजाब में शिअद-भाजपा सरकार के कारण प्रोजेक्ट के लिए भूमि अधिग्रहण में देरी हुई और 2017 के बाद बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने भी इसमें देरी की. पीएम मोदी आठ साल पुराने प्रोजेक्ट का शिलान्यास करेंगे. पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की पिछली घोषणा के अनुसार यह 400 बिस्तरों वाला अस्पताल होगा.

पीएम सुखबीर सिंह बादल के निर्वाचन क्षेत्र का करेंगे दौरा

SAD अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल जो फिरोजपुर के सांसद भी हैं, ने पिछले साल सितंबर में कहा था कि अप्रैल 2021 में बैसाखी के दिन पीजीआई सैटेलाइट सेंटर की आधारशिला रखी जाएगी, लेकिन कुछ नहीं हुआ. हालांकि इससे काफी पहले इसी साल एक जनवरी को फिरोजपुर विधायक पिंकी ने खुद इसका शिलान्यास किया था. हालांकि 40 एकड़ में फैले इस स्वीकृत प्रोजेक्ट में चारदीवारी के अलावा कुछ भी नजर नहीं आ रहा है.

कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के निर्वाचन क्षेत्र का दौरा करेंगे. संगरूर के पीजीआई सैटेलाइन सेंटर की भी 2013 में घोषणा की गई थी, लेकिन इसकी ओपीडी शुरू हो चुकी है. वहीं, एम्स बठिंडा की आधारशिला 2016 में रखी गई थी और यह अब ऑपरेशनल है. हालांकि फिरोजपुर सीट बीजेपी के पास है. इसके बावजूद भी पीजीआई सैटेलाइन केंद्र पर फोकस कम रहा है.