कासगंज पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। जिले में पुलिस ने देह व्यापार के लिए नाबालिग लड़कियों की खरीद-फरोख्त करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने लड़कियों की खरीद-फरोख्त के मामले में पति-पत्नी समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मानव तस्करी में तीसरा आरोपी किन्नर है। किन्नर के घर से जयपुर की रहने वाली नाबालिग लड़की मिली है। पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया। एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने बताया कि जिले में देह व्यापार के लिए दूसरे राज्यों से बालिग और नाबालिग लड़कियों को लाया जा रहा है। लड़कियों को लाकर बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ पुलिस टीम ने किया है। एसपी ने बताया कि शुक्रवार को थाना गंजडुंडवारा पुलिस को सूचना मिली थी कि चांदनी किन्नर ने एक नाबालिग लड़की को एक लाख 20 हजार रुपये में खरीदा है। चांदनी किन्नर के यहां नाबालिग लड़की मिलने की जानकारी पर हड़कम्प की स्थिति हो गयी।
किन्नर के घर में मिली नाबालिग लड़की
सहावर निवासी चांदनी कस्बा के मोहल्ला नगला इमाम बक्श में रह रही है। पुलिस ने उसके घर छापा मारा। वहां नाबालिग लड़की मिल गयी। लड़की से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह जयपुर की रहने वाली है। करीब ढाई माह पूर्व जयपुर से अपने घर के पास रहने वाली महिला मुन्नी आपा के साथ यहां आई थी। पुलिस मान रही है कि वह जिसके साथ आयी है, उसी ने बेचा होगा। नाबालिग ने बताया कि किन्नर चांदनी और विजय नाम के युवक ने उसे एक लाख 20 हजार रुपये में खरीदा है। दोनों उस पर देह व्यापार के लिए दबाव बना रहे थे। पुलिस के सामने दिये इस बयान के बाद पुलिस और सक्रिय हो गयी है। पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार चांदनी किन्नर, विजय और उसकी पत्नी रीना को गिरफ्तार करके जेल भेजा है। रीना की भी इस मामले में संप्लितता पाई गई है।
हाथरस से भी जुड़े हैं तार
एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह बालिग, नाबालिग लड़कियों का गिरोह संचालित करते हैं। इस गिरोह के सरगना राजू एवं नौसे हैं। आरोपी राजस्थान, मध्यप्रदेश व अन्य राज्यों से लड़कियों को खरीदकर लाते हैं। इन लड़कियों को कासगंज के अलावा हाथरस व अन्य जनपदों में बेचते हैं। लड़कियों के बेचने का रैकेट चलाते हैं। यह गिरोह अब तक 15-16 बालिग व नाबालिग लड़कियों को कासगंज और हाथरस जनपद में बेच चुका है। एसपी ने बताया कि आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। बेचीं गईं लड़कियों को बरामद किया जाएगा। गिरोह के अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार किया जाएगा, जिससे जिले में कोई ऐसी वारदात न हो सके। पुलिस मामले पर सख्त नजर बनाये हुए है।
पुलिस टीम को 10 हजार का इनाम
पुलिस अधीक्षक रोहन प्रमोद बोत्रे ने लड़कियों की खरीद फरोख्त के मामले का भंडाफोड़ करने वाली पुलिस टीम को दस हजार रुपये के पुरस्कार की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि पुलिस टीम ने बेहद सराहनीय कार्य किया है।