टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की हादसे में हुई मौत के बाद अब लग्जरी कार कंपनी मर्सिडीज बेंज भी घटना की जांच कर रही है. उद्योगपति साइरस मिस्त्री 4 सितंबर को जिस कार में यात्रा कर रहे थे, वह मर्सिडीज बेंज जीएलएस लग्जरी एसयूवी थी. कार में लगी हुई एक इलेक्ट्रॉनिक डेटा चिप को जांच टीम ने जब्त कर दिया है. इसे जर्मनी में ऑटोमेकर के मुख्यालय में एनालिसिस के लिए भेजा गया है. इसकी रिपोर्ट से साइरस मिस्त्री की मौत का खुलासा हो सकता है.
मामले की जांच कर रही पालघर पुलिस ने कहा कि जर्मन ऑटो प्रमुख के पुणे कार्यालय के अधिकारियों ने दुर्घटनाग्रस्त वाहन से एक इलेक्ट्रॉनिक डेटा चिप जब्त की है. पुलिस अधीक्षक बालासाहेब पाटिल ने कहा, ” यह चिप हर समय वाहन के बारे में सभी डेटा रिकॉर्ड करती है. अब इसे जर्मनी ले जाया जाएगा. सप्ताह के अंत तक उसकी रिपोर्ट की उम्मीद कर रहे हैं. ”
जांच में पुलिस का सहयोग कर रही कंपनी
ऑटोमेकर ने मंगलवार को कहा कि वह जांच में अधिकारियों के साथ सहयोग कर रही है. कंपनी के एक बयान में कहा गया है, “ग्राहकों की गोपनीयता का सम्मान करने वाले एक जिम्मेदार ब्रांड के रूप में हमारी टीम जहां संभव हो वहां अधिकारियों के साथ सहयोग कर रही है और हम उन्हें सीधे आवश्यक स्पष्टीकरण उपलब्ध कराएंगे.” इसके अलावा कंपनी टायर के दबाव, स्पीड, ब्रेक फ्लुइड, स्टीयरिंग व्हील की स्थिति और सीट बेल्ट के साथ-साथ एयरबैग की स्थिति की भी जांच करेगी.
7 एयरबैग से लैस थी कार
मर्सिडीज बेंज जीएलएस लग्जरी एसयूवी को पहली बार 2017 में भारत में लॉन्च किया गया था. मिस्त्री जिस मॉडल में सवार थे, वह GLC 220d 4MATIC वेरिएंट था. यह मॉडल सात एयरबैग से लैस है. यह मॉडल ऑल-व्हील ड्राइव सिस्टम के साथ आता है. इस की भारतीय बाजार में कीमत करीब ₹68 लाख से ऊपर है.
हादसे के बाद बंद मिले पिछली सीट के एयरबैग
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि हादसे के बाद सामने में दो एयरबैग पूरी तरह से खुले हुए थे. मिस्त्री और उनके एक साथ पिछली सीट पर बैठे हुए थे. यह बात सामने आई है की पीछे के एयरबैग बंद थे. ये एयरबैग पीछे बैठे यात्रियों की सुरक्षा के लिए होते हैं. हादसा होने पर एयरबैग तभी काम करते हैं, जब यात्रियों ने सीट बेल्ट लगा रखा हो.