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कानून मंत्री ब्रजेश पाठक बोले- कानून की नजर में सब बराबर, धनंजय सिंह को लेकर कही ये बड़ी बात

यूपी के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) ने आज सत्ता सम्मेलन (Satta Sammelan) में शिरकत की. उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) में बीजेपी कानून व्यवस्था के मुद्दे पर अपनी पीठ थपथपा रही है. ब्रजेश पाठक ने कहा कि कानून की नजर में सब बराबर हैं.

धनंजय सिंह पर पाठक ने कहा कि एसटीएफ को जांच सौंप दी गई है. जल्द ही इसके नतीजे सामने आएंगे. वहीं हरिओम यादव को लेकर उन्होंने कहा कि वो पॉलिटिकल वर्कर हैं. वो लगातार समाजिक कार्यों में लगे रहे. उत्तर प्रदेश में कोई ऑर्गेनाइजड गिरोह नहीं है, या तो जेल के अंदर हैं या प्रदेश के बाहर हैं.

ब्रजेश पाठक ने बागी नेताओं के बारे में कहा कि वो नेता कुछ और टिकट चाहते थे. लेकिन बीजेपी में परिवार में एक ही व्यक्ति आगे बढ़ सकता है. वहीं ब्राह्मणों के मुद्दे पर पाठक ने कहा कि बीजेपी ही एक पार्टी है जो ब्राह्मणों की इच्छा के अनुरुप काम करती है. बाकी दल उनका उपयोग तो करते हैं. लेकिन सम्मान नहीं देते. इसके अलाव काशी कॉरिडोर और अयोध्या में जिस तरह से काम हो रहा है तो समाज काफी खुश है.

खुशी दुबे के मुद्दे पर ब्रजेश पाठक का जवाब
ब्रजेश पाठक ने खुशी दुबे के मुद्दे पर कहा हम जाति के आधार पर काम नहीं करते. इस मामले में कई अधिकारियों ने गड़बड़ी की है. समय आने पर अगर जरूरत पडे़गी तो हम इसे सामने लाएंगे. टिकट से सवाल पर ब्रजेश पाठक ने कहा कि बीजेपी एक बड़ा परिवार है और सात चरणों में चुनाव हो रहा है. ये बड़ा व्यापक मामला है, बाकी पार्टी में सब टाइम से चल रहा है. सब बिल्कुल ठीक है.

मथुरा को लेकर पाठक ने दिया ये जवाब
उन्होंने आगे कहा कि हमारी जिम्मेदारी है कि हम लोगों को बताएं की किन लोगों ने प्रदेश की सत्ता माफियाओं के हाथ में सौंप दी थी. मथुरा जाने में मुद्दे पर ब्रजेश पाठक ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का उदाहरण देते हुए कहा कि एक बार वो इंडोनेशिया गए थे और वहां रामलीला देखकर उन्होंने पूछा कि आप तो मुसलमान हैं तो आप राम लीला क्यों करते हैं. तो उन्होंने जवाब दिया कि हम धर्म तो बदल सकते हैं लेकिन अपने पूर्वज नहीं बदल सकते. तो कौन ऐसा व्यक्ति होगा पूरे देश में जो नहीं चाहता हो की उनके धर्म स्थल अच्छे और सुंदर हों.

वहीं लव जिहाद कानून को लेकर ब्रजेश पाठक ने कहा कि अगर कोई बबलू, बिट्टी, गुड्डू बनकर हिंदू लड़कियों से शादी करता है औऱ छह महीने बाद उसपर धर्म बदलने का दबाव बनाता है तो ये गलत है. अगर कोई हमारी हमारी बहन बेटी की इज्जत की हमला करने वाले को हम छोड़ेंगे नहीं. इसलिए हमने इस पर कानून बनाया. अगर किसी को सही में धर्म बदल कर शादी करनी है तो हमने उसी इजाजत दी है.