कानपुर। बिठूर थानाक्षेत्र में शुक्रवार तड़के पुलिस और गो तस्करों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें दो आरोपित गोली लगने से जख्मी हो गए। आमना सामना होने पर दो आरोपित भागने में कामयाब हुए। पुलिस ने घायलों को हैलट अस्पताल में भर्ती कराया। आरोपितों के पास से असलाह और बाइक बरामद हुई।
पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने बनी गांव की गोशाला में गोकशी की बात स्वीकारी है। गिरोह में और लोगों के शामिल होने की संभावना है। पुलिस आरोपितों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की तैयारी कर रही है। गैंगस्टर एक्ट लगाया जाएगा।
बिठूर क्षेत्र के टिकरा और बनी गांव के बीच स्थित गोशाला में तालाब खुदाई का कार्य करने के लिए मजदूर पहुंचे, तभी दो युवक अंदर से भागते नजर आए। मजदूरों को गोशाला में बोरी मिली, जिसमें से खून रिस रहा था। उन्होंने ग्रामीणों को जानकारी दी, जिस पर गांव वाले भड़क उठे। उन्होंने बिठूर पुलिस को सूचना दी।
बिठूर इंस्पेक्टर ट्रेनी आईपीएस शिवा सिंह ने जांच की। कमिश्नर राजशेखर, पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा, सीडीओ डॉ. महेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को शांत कराया। एसडीएम बिल्हौर के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच टीम बनाई गई। पुलिस ने भी मुखबिरों को लगा दिया।
शुक्रवार को गोशाला से कुछ लोगों के गोवंश चुराने सूचना मिली, जिस पर डीसीपी पश्चिम बीबीजीटीएस मूर्ति फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने युवकों को घेरने का प्रयास किया, तभी दूसरी तरफ से फायर हुआ। जवाबी कार्रवाई में दो युवकों के पैर में गोली लग गई। उन्हें अस्पताल भेजा गया।
डीसीपी पश्चिम के मुताबिक आरोपित बाबूपुरवा के फरीद उर्फ मुन्ना और सलीम हैं। दोनों ने बनी गोशाला की घटना को स्वीकारा है। फरार युवकों के पास से बाइक मिली है, जो की आरटीओ में आसिफ नाम से पंजीकृत हैं। पुलिस और आरोपितों के बीच मुठभेड़ सुबह करीब चार बजे हुई। आरोपित कई गोशालाओं से गोवंश चुराते रहे हैं। उनके गिरोह की तलाश जारी है।