प्रदेश कांग्रेस (Congress) मीडिया विभाग के अध्यक्ष के. के. मिश्रा (KK Mishra) ने आज एक बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा (BJP) पुलिस वाहनों और एंबुलेंस (Police vehicles and ambulances) का दुरुपयोग कर इनके माध्यम से पैसा और शराब (money and alcohol) बंटवा रही है, लिहाजा एंबुलेंस और पुलिस वाहनों की भी पुलिस चेकिंग (police checking) करवाई जाए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों के प्रदेश सरकार के खिलाफ व्याप्त असंतोष को देखते हुए भाजपा और राज्य सरकार ने चुनाव आयोग पर बेजा दबाव बनवाकर कई जिलों में ताबड़तोड़ तरीके से सरकारी कर्मचारियों की ड्यूटी तो लगवा दी है किंतु उन्हें उनके मताधिकार से वंचित करने का षड्यंत्र भी रच लिया है, चुनाव आयोग से शिकायत करने के बाद भी उन्हें डाक मत पत्र आज तक नहीं दिए गए हैं, जो न्यायोचित नहीं है। यदि इन कर्मचारियों को मतदान के अधिकार से वंचित रखा गया तो उसकी जवाबदेही निर्वाचन आयोग की हो होगी।
मिश्रा ने यह भी कहा कि प्रदेश में कई स्थानों पर विशेषकर ग्वालियर-चंबल संभाग और नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह के निर्वाचन क्षेत्र लहार में प्रभावी कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं पर पुलिस द्वारा अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है, यहां तक कुछेक की तो देर रात गिरफ्तारी भी कर ली गई है। सरकार चाहती है कि भाजपा के इस अनावश्यक दबाव से कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल ध्वस्त कर दिया जाए किंतु उसके नापाक मंसूबे पूरे नही होंगे।
मिश्रा ने जिला और पुलिस प्रशासन को तीखे शब्दों में चेतावनी दी है कि वे मात्र कुछ घंटे बाद बिदाई के मुहाने पर खड़ी भाजपा साकार की चापलूसी त्याग कर अपनी जवाबदेही संविधान के प्रति रखें तो आने वाला कल उनके लिए बेहतर होगा अन्यथा उन्हें परिणाम भुगतने से कोई भी बचा नहीं सकेगा।