उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) की तैयारियों में जुटी कांग्रेस (Congress) को एक बड़ा झटका लग सकता है. बीते दिनों कांग्रेस के दिग्गज ब्राह्मण नेता जितिन प्रसाद के बाद अब कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष ललितेशपति त्रिपाठी (Laliteshpati Tripathi) के भी इस्तीफा की चर्चा है। कहा जा रहा है कि वे कांग्रेस छोड़कर समाजवादी पार्टी का दामन थाम सकते हैं।
कांग्रेस से विधायक रहे ललितेशपति त्रिपाठी पूर्व मुख्यमंत्री कमलापति त्रिपाठी के प्रपौत्र हैं. ललितेशपति त्रिपाठी की चार पीढ़ियों का कांग्रेस से पुराना नाता रहा है. जिसके चलते ललितेशपति त्रिपाठी भी न सिर्फ गांधी परिवार के बेहद करीबी माने जाते थे, बल्कि ललितेशपति त्रिपाठी कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी के यूपी दौरे पर अक़्सर उनके साथ नजर आते थे. हालांकि इस दौरान अब तक ललितेशपति त्रिपाठी ने अपने कांग्रेस से इस्तीफे का ऐलान खुद से तो नहीं किया है, लेकिन ललितेशपति त्रिपाठी ने अपने ट्विटर एकाउंट से कांग्रेस का नाम हटाकर अपने कांग्रेस से इस्तीफे की पुष्टि कर दी है।
दरअसल, पूर्व सीएम कमलापति त्रिपाठी परिवार के राजनैतिक वारिस ललितेशपति त्रिपाठी ने अपने राजनैतिक कॅरियर की शुरुआत 2012 में कांग्रेस के टिकट पर मिर्जापुर के मड़िहान विधानसभा से चुनाव जीतकर की थी. जिसके बाद कांग्रेस ने ललितेशपति त्रिपाठी को 2014 में मिर्जापुर से लोकसभा का चुनाव लड़ाया, लेकिन ललितेशपति त्रिपाठी चुनाव हार गए. फिर 2017 के विधानसभा चुनाव में भी ललितेशपति त्रिपाठी के मड़िहान विधानसभा से चुनाव हार जाने के बावजूद उन्हें 2019 में एक बार फिर मिर्जापुर से लोकसभा का चुनाव लड़ाया गया. लेकिन ललितेशपति त्रिपाठी ये चुनाव भी हार जाने के बाद उन्हें संगठन से जुड़ी कई अहम जिम्मेदारी देते हुए उत्तर प्रदेश कांग्रेस का प्रदेश उपाध्यक्ष भी बनाया गया था. जिसके चलते कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी के सोनभद्र दौरे समेत कई कार्यक्रमों के जरिये कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने में ललितेशपति त्रिपाठी ने बेहद अहम भूमिका निभाई थी।
सपा में हो सकते हैं शामिल
सूत्रों के मुताबिक, प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह और उनकी टीम के चलते पार्टी शीर्ष नेतृत्व और प्रियंका गांधी से बढ़ी दूरियों और उनकी अनदेखी से ललितेशपति त्रिपाठी खासा आहत थे. कई बार पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के सामने अपनी बात रखने के बावजूद उन्हें कोई खास तवज्जो न मिलने से उनकी नजदीकियां समाजवादी पार्टी से बढ़ने लगी थी. लेकिन इसके बावजूद बीते दिनों अपने लखनऊ दौरे पर कांग्रेस संगठन को मजबूत बनाने के लिए समीक्षा बैठक करने पहुची प्रियंका गांधी से बात-मुलाकात के बावजूद ललितेशपति त्रिपाठी को कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिला. जिसके चलते ही अब ललितेशपति त्रिपाठी ने अपने सभी पदों के साथ कांग्रेस पार्टी से ही इस्तीफा दे दिया है. अब ये उम्मीद जताई जा रही है कि ललितेशपति त्रिपाठी जल्द ही समाजवादी पार्टी का दामन थाम 2022 विधानसभा चुनाव मिर्जापुर के मझवां सीट से लड़ते नजर आएंगे।