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कर्नाटक में हो रहा हिजाब पर बवाल, स्कूल-कॉलेजो को किया 3 दिनों के लिए बंद, शिमोगा में लगानी पड़ी धारा-144

कर्नाटक (Karnataka) में हिजाब को लेकर जारी विवाद के बीच राज्य सरकार (State government) ने अगले तीन दिनों तक राज्य के सभी स्कूल और कॉलेजों (Schools and Colleges) को बंद रखने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई (Chief Minister Basavaraj Bommai) ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। मुख्यमंत्री बासवराज ने ट्वीट कर स्कूलों और कॉलेजों के अलावा कर्नाटक से लोगों से शांति और सद्भाव (Peace and harmony) बनाए रखने की अपील की।

मुख्यमंत्री बोम्मई ने ट्वीट किया, ‘मैं सभी छात्रों, शिक्षकों, स्कूलों और कॉलेजों के प्रबंधन के साथ-साथ कर्नाटक के लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील करता हूं। मैंने अगले तीन दिनों के लिए सभी हाई स्कूल और कॉलेज बंद करने का आदेश दिया है। सभी संबंधितों से सहयोग का अनुरोध है। कर्नाटक हाई कोर्ट (Karnataka High Court) में मंगलवार को एक तरफ इस मामले पर सुनवाई हो रही थी तो दूसरी तरफ कई जगहों पर माहौल तनावपूर्ण था। कहीं स्टूडेंट्स के दो समूह आमने-सामने नारेबाजी कर रहे थे तो कहीं पथराव, लाठी चार्ज (stone pelting, lathi charge) भी देखने को मिला। शिमोगा में तो धारा 144 लगानी पड़ गई।

इस बीच, कथित रूप से एक शैक्षिक संस्था (Educational institution) में तिरंगे के स्थान पर भगवा झंडा लहराया गया है। इस घटना से संबंधित वीडियो भी सोशल मीडिया पर साझा किये जा रहे हैं। यह घटना शिमोगा के एक संस्थान की बताई जा रही है। इस मुद्दे पर कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) ने भी चिंता जाहिर की है। यहां स्टूडेंट्स के दो समूह आमने-सामने नारेबाजी कर रहे थे तो कहीं पथराव, लाठी चार्ज भी देखने को मिला। सुबह भी शिमोगा में ही काफी पत्थरबाजी हुई , जिसके बाद वहां धारा-144 लागू कर दी गई है।

मंगलवार को डीके शिवकुमार ने कहा कि जिन संस्थाओं में ऐसी घटनाएं हो रही हैं, उन्हें कुछ दिनों के लिए बंद कर देना चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा, “कर्नाटक के कुछ शैक्षणिक संस्थानों की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि एक मामले में राष्ट्रीय ध्वज को भगवा ध्वज से बदल दिया गया। मुझे लगता है कि कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए प्रभावित संस्थानों (Affected Institutions) को एक हफ्ते के लिए बंद कर देना चाहिए। शिक्षण ऑनलाइन जारी रह सकता है।” साथ ही एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, “शिमोगा के एक कॉलेज में बीजेपी से जुड़े कुछ राष्ट्रविरोधी तत्वों ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया है। मैं सभी से विरोध के प्रतीक के रूप में राष्ट्रीय ध्वज के साथ अपनी एक तस्वीर पोस्ट करने का आग्रह करता हूं।”

जानकारी के मुताबिक वायरल वीडियो शिमोगा (viral video shimoga) के एक कॉलेज का बताया जा रहा है, जहां एक शख्स झंडे के पोल पर चढ़ा हुआ है और भगवा झंडा (saffron flag) लगा रहा है, जबकि नीचे काफी लोग जमा हैं। माना जा रहा है कि ये उसी कॉलेज के छात्र हैं। पोल पर भगवा झंडा लहराने के बाद सभी खुशी से चिल्लाते नजर आते हैं। राज्य में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं, जहां मुस्लिम छात्राओं को हिजाब में कॉलेजों या महाविद्यालयों में कक्षाओं में जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है, जबकि हिजाब के जवाब में हिंदू छात्र भगवा शॉल लेकर शैक्षणिक संस्थान आ रहे हैं।

यह मुद्दा जनवरी में उडुपी और चिक्कमंगलुरु (Udupi and Chikkamagaluru) में शुरू हुआ था, जहां छात्राएं हिजाब पहनकर कक्षाओं में आई थीं। इसके बाद इसी तरह के मामले कुंडापुर और बिंदूर के कुछ अन्य कॉलेजों में भी आए। बाद में कुछ अन्य जगहों से भी इस तरह के मामले आए जहां मुस्लिम लड़कियों ने हिजाब पहनकर कक्षाओं में जाने की अनुमति की मांग की। कर्नाटक में शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पर विवाद के बढ़ने के बीच राज्य सरकार ने बीते 5 फरवरी को ऐसे कपड़े पहनने पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया जो स्कूलों और कॉलेजों में समानता, अखंडता और लोक व्यवस्था को बिगाड़ते हैं। सरकारी आदेश में कहा गया है, “कर्नाटक शिक्षा कानून, 1983 के खंड 133 (2) को लागू किया गया है जिसमें यह कहा गया है कि एक समान शैली की पाोशाक अनिवार्य रूप से पहनी जानी चाहिए। निजी स्कूल प्रशासन अपनी पसंद के परिधान का चयन कर सकता है।”