‘जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे‘ भजन गाने वाले कन्हैया मित्तल ने मंगलवार को कांग्रेस में शामिल होने के अपने फैसले को वापस लेने का ऐलान किया है। उन्होंने इस संबंध में बयान जारी कर इस बात की जानकारी दी।
उन्होंने कहा, “कभी-कभी कुछ लोगों से गलतियां हो जाती हैं। मैं भी उन्हीं लोगों में शुमार हूं, लिहाजा मैंने फैसला किया है कि मैं किसी भी कीमत पर किसी भी सनातनी का दिल नहीं तोड़ूंगा। पिछले दो दिनों में मुझे यह एहसास हुआ है कि मैंने सभी सनातनियों को ठेस पहुंचाई है। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व मेरी इतनी चिंता करता है। मैं पिछले दो दिनों से देख रहा हूं कि लोग परेशान हैं, इसके लिए मैं माफी मंगाता हूं।”
उन्होंने कहा, “इससे पहले मैंने कहा था कि मैं कांग्रेस में शामिल हो जाऊंगा। अब मैं उस फैसले को वापस लेता हूं। इस फैसले से सनातनियों का दिल टूटा है। मैंने अब किसी भी कीमत पर ऐसा नहीं करने का फैसला किया है। क्योंकि मैं नहीं चाहता हूं कि किसी भी सनातनी का भरोसा टूटे। इसलिए मैं कांग्रेस में शामिल होने के अपने फैसले को वापस लेने का ऐलान करता हूं।” उन्होंने आगे कहा,“हम सब मिलकर यही संकल्प लेते हैं कि हम राम के थे, हैं, और रहेंगे। मैं आपसे फिर से माफी मांगता हूं। जब कोई अपना गलती करता है, तो बहुत तकलीफ होती है। मुझे लग रहा था कि मेरा फैसला गलत था। जो फैसला लिया है, वह गलत था, इसलिए मैंने अब उसे वापस ले लिया है। मैं अपने सभी समर्थकों का धन्यवाद करता हूं। मैं भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का भी धन्यवाद करता हूं।”
ज्ञात हो कि, बीते दिनों कन्हैया मित्तल ने कांग्रेस में शामिल होने का ऐलान किया था। दरअसल, वह भाजपा से टिकट चाह रहे थे, लेकिन टिकट नहीं मिलने की संभावना को देखते हुए बाद में उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने का ऐलान कर दिया था। इस ऐलान की राजनीतिक गलियारों में काफी चर्चा हुई थी। कन्हैया मित्तल का भजन ‘जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे’, काफी चर्चित हुआ था। भाजपा ने इस भजन का इस्तेमाल उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए भी किया था।