उत्तराखंड में मौसम विभाग ने भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 26 और 27 अगस्त को देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, चम्पावत, पिथौरागढ़ व उधमसिंहनगर जिलों में बारिश को विशेष अलर्ट दिया है। 28 अगस्त को नैनीताल और पिथौरागढ़ जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान कहीं-कहीं आकाशीय बिजली गिरने की भी आशंका है। बारिश अलर्ट के बाद जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है। भारी बारिश के बाद कई शहरों में जलभराव हो गया है।
भारी बरसात के बाद भूस्खलन से प्रदेश के कई जिलों में नेशनल हाईवे बंद हो गए हैं। उत्तराखंड के संवेदनशील इलाकों में हल्के से मध्यम भूस्खलन, चट्टान गिरने की घटनाएं हो सकती है। मलबा आने से सड़कें अवरुद्ध, नदियों में अतिप्रवाह व निचले इलाकों में जलभराव हो सकता है। 26 के बाद भी मौसम की स्थिति यथावत बनी रह सकती है। वहीं,देहरादून,नैनीताल,हल्द्वानी,उत्तरकाशी,पौड़ी, अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत आदि जिलों में बुधवार सुबह से ही बारिश का दौर जारी रहा।
देहरादून जिले में किशननगर के सैयद मोहल्ले में छोटी बिंदाल नदी ने कहर बरपाया। तारावती, नंदलाल, लोकबहादुर, ज्योति प्रसाद बधानी, शंकर शर्मा, प्रेम सिंह, राकेश दिवाकर और जानकी समेत कई लोगों के घरों में बारिश का पानी घुस गया। लोहारवाला में भी घरों में नदी का पानी भरा। लोग सहम उठे। पार्षद नंदिनी शर्मा रात को ही मौके पर पहुंचीं और प्रभावित इलाकों का जायजा लिया। मंगलवार रात एक तरफ जहां दून में भारी बारिश के कारण नुकसान की खबरें आ रही थीं, वहीं नगर निगम का कंट्रोल रूम एक बार फिर मुश्किल के समय निष्क्रिय रहा।
कंट्रोल रूम में जब नुकसान की सूचना देने को फोन किया गया तो फोन काट दिया गया। बार-बार कॉल करने पर मौजूद सफाई इंस्पेक्टर ने कहा कि जलभराव से जुड़ी बहुत फर्जी कॉल आ रही हैं। डीएम देहरादून डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि बादल फटने की सूचना मिली है। नगर निगम के वार्डों में पानी भरने की भी सूचना मिली है। जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। टीमें राहत कार्य के लिए मौके पर रवाना कर दी गईं हैं। मैं स्वयं निगरानी कर रहा हूं। नुकसान का जायजा लिया जा रहा है। लोगों की हरसंभव मदद की जा रही है।