साल 2022 में देश के पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) को लेकर भाजपा ने अभी से ही तैयारियां शुरू कर दी है। वह विस चुनाव में जीत दर्ज कराने को लेकर कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहती। इसी कड़ी में उत्तराखंड में होने वाले विधान सभा चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली नवंबर माह में प्रस्तावित है। इस रैली में वह मिशन 2022 का चुनावी बिगुल फूकेंगे। हालांकि पीएम (PM) की रैली और स्थान की घोषणा अभी नहीं की गयी है।
बैठक में तैयारियों पर हुई चर्चा
प्रधानमंत्री की प्रस्तावित इस रैली के बारे में जानकारी देते हुए उत्तराखंड (Uttarakhand) के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया कि अगले साल होने वाले चुनाव से पहले पीएम मोदी उत्तराखंड (Uttarakhand) में रैली करेंगे। उन्होंने बताया कि तीन दिन तक चली भाजपा की चिंतन बैठक में सात सत्रों के माध्यम से पीएम की रैली और विस चुनाव जैसे मुद्दों पर ही चर्चा हुई। कौशिक का कहना है कि बैठक में आगामी योजनाएं और कार्यक्रम पर भी विचार विमर्श किया गया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि कांग्रेस ने 2017 तक सत्ता में रहते हुए भ्रष्टाचार से जनता का विश्वास खोया था। वो मुद्दे आज भी मौजूद हैं लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने विश्वास के साथ राज्य को भी विकास के पथ पर अग्रसर किया है। उन्होंने कहा कि इन चार वर्षों में डबल इंजन वाली सरकार का अहसास भी जनता को कराया है। उनका दावा किया है कि भाजपा दोबारा से उत्तराखंड में सरकार बनाएगी।
दिसंबर माह तक के कार्यक्रम तय
उन्होंने कहा कि पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए उत्तराखंड (Uttarakhand) में रणभेरी का बिगुल फूंक दिया है। इसके लिए पार्टी ने दिसंबर माह तक के कार्यक्रम तय कर लिए हैं। कार्यक्रम के मुताबिक पीएम मोदी (PM Modi) और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई केंद्रीय मंत्री कार्यकर्ताओं में जोश भरेंगे। गौरतलब है कि बीजेपी ने रामनगर में आयोजित तीन दिवसीय चिंतन शिविर के समापन पर मिशन 2022 के विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) का रोडमैप तैयार कर इसका आगाज कर दिया है। इस रोडमैप का मकसद है मंडलों से व्याप्त खामियों को चुनाव से पहले दूर करना है।
नवंबर में होने वाली पीएम की रैली के पहले होने वाले कर्यक्रमों के मुताबिक अगस्त में सभी विधानसभा क्षेत्रों में पूर्ण कालिक वस्तिारकों की तैनाती, विस प्रभारी और संयोजक नामित किए जाएंगे। सितंबर में शक्ति केंद्रों पर बड़े सम्मेलन आयोजित किये जायेंगे। अक्तूबर में कैबिनेट मंत्री से लेकर जिलास्तर तक के पदाधिकारी जन संपर्क अभियान में करेंगे और आमजनता से मुखातिब होकर उन्हें पार्टी की नीतियों से अवगत करायेंगे। नवंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पन्ना प्रमुखों से सीधा संवाद और रैली का कार्यक्रम प्रस्तावित है। पीएम मोदी (PM Modi) की रैली से पहले यानी जुलाई के अंत या अगस्त के पहले हफ्ते राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
दिसंबर तक के प्रस्तावित कार्यक्रम
जुलाई
- भाजपा के सभी मोर्चों की बैठक का आयोजन।
- 70 विधानसभाओं के लिए पूर्णकालिक विस्तारकों की तैनाती पर कार्य।
- जिला, मंडल और शक्ति केंद्रों की कार्यसमिति का आयोजन।
- कैबिनेट मंत्रियों का जिले और 252 मंडलों में भ्रमण।
- प्रदेश, जिले, मोर्चे, मंडल, बूथ, शक्ति केंद्र की रचनाएं पूर्ण करना।
- बूथ समितियों का सत्यापन करना।
- चुनाव को लेकर कंट्रोल रूम की स्थापना करना।
- पन्ना प्रमुखों को नियुक्त करना।
अगस्त
- नियुक्त पूर्णकालिक विस्तारकों को भेजना।
- विस स्तर पर प्रभारी-संयोजक की नियुक्ति।
- प्रदेश से मंडल तक सोशल मीडिया-आईटी टीमों पर काम करना।
- मोर्चों के पदाधिकारियों का भ्रमण करना।
- सितंबर
- शक्ति केंद्र सम्मेलन और बूथ समितियों की बैठक का आयोजन करना।
- मुख्यमंत्री की प्रमुख नेता और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक आयोजित करना।
- जिला अध्यक्ष, जिला पंचायत सदस्य, बीडीसी सदस्य, प्रधान, नगर पालिका अध्यक्ष, सभासद, पार्षद, वरिष्ठ कार्यकर्ताओं, सहकारिता में नियुक्त पार्टी के लोगों के साथ मीटिंग करना।
- मोर्चों का सम्मेलन निर्धारित करना।
अक्तूबर
- प्रदेश में वृहद स्तर पर जनसंपर्क अभियान चलाना।
- नवंबर
- प्रधानमंत्री की रैली प्रस्तावित।
- दीवार लेखन का काम करना।
- साधु-संतों से सम्पर्क के कार्यक्रम’ साहित्य प्रकाशन और लोक गायकों से सम्पर्क करना।
- बूथ और शक्ति केंद्र सम्मेलन का आयोजन करना।
- दिसंबर
- प्रदेश में यात्रा का आयोजन करना।